भारत में एंट्री लेवल कारों को खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या काफी ज्यादा है। दरअसल ये कारें वजन में हल्की होती हैं साथ ही साथ इनकी हैंडलिंग भी आसान हो जाती है जिसकी वजह से बिगिनर ड्राइवर्स भी इन्हें आसानी से ड्राइव कर सकते हैं।
नई दिल्ली। भारत में एंट्री लेवल कारों को खरीदने वाले ग्राहकों की संख्या काफी ज्यादा है। दरअसल ये कारें वजन में हल्की होती हैं साथ ही साथ इनकी हैंडलिंग भी आसान हो जाती है जिसकी वजह से बिगिनर ड्राइवर्स भी इन्हें आसानी से ड्राइव कर सकते हैं।
एबीएस
एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम किसी भी लाइट वेट कार में होना बेहद जरूरी होता है। दरअसल ये तीखे मोड़ों पर बेहतरीन पकड़ देता है साथ ही कार को डिसबैलेंस होने से बचाता है। अगर आपकी कार में एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम नहीं होगा तो आप इसे ज्यादा रफ़्तार में नहीं चला सकते हैं साथ ही कार से टर्न लेते वक्त आपको ख़ास सावधानी बरतनी पड़ती है।
एयर बैग
लाइट वेट कारों में एक्सीडेंट के दौरान ज्यादा चोट लगने का खतरा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि क्योंकि इनका वजन कम रखने के लिए मेटल की हल्की शीट का इस्तेमाल किया जाता है जो एक्सीडेंट के दौरान जल्दी ही डैमेज हो जाती है जिसकी वजह से इसमें कम से कम डुअल एयरबैग रखना बेहद जरूरी है।
स्पीड अलर्ट सिस्टम
वैसे तो स्पीड अलर्ट सिस्टम सभी कारों में ऑफर किया जा रहा है, लेकिन आपके पास अगर कोई पुरानी कार है तो जिसमें ये फीचर नहीं दिया जा रहा है तो आप आसानी से इसे अपनी नजदीकी डीलरशिप पर जाकर असेंबल करवा सकते हैं। ये फीचर स्पीड ज्यादा होने पर ड्राइवर को चेतावनी देता है, कुछ कारों में स्पीड ज्यादा होने पर ये खुद ही बंद हो जाती हैं।
पैसेंजर सीट बेल्ट
ड्राइवर और को-ड्राइवर सीट बेल्ट तो ज्यादातर कारों में ऑफर की जाती है लेकिन पैसेंजर सीट बेल्ट कई बार कुछ कारों में खराब हो जाती है या मिसिंग होती है। ऐसे में पैसेंजर सेफ्टी को देखते हुए पैसेंजर सीट बेल्ट होना बेहद जरूरी है।