दिल्ली में टमाटर की कीमतों (Tomato Price) में एक बार फिर उछाल देखने को मिल रहा है। मदर डेयरी (Mother Dairy ) ने बुधवार को अपने सफल खुदरा स्टोर्स (Safal Retail Stores) पर 259 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से इसकी बिक्री की है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने के कारण टमाटर की कीमतों पर एक महीने से अधिक समय से दबाव बना हुआ है।
नई दिल्ली। दिल्ली में टमाटर की कीमतों (Tomato Price) में एक बार फिर उछाल देखने को मिल रहा है। मदर डेयरी (Mother Dairy ) ने बुधवार को अपने सफल खुदरा स्टोर्स (Safal Retail Stores) पर 259 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से इसकी बिक्री की है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण आपूर्ति बाधित होने के कारण टमाटर की कीमतों पर एक महीने से अधिक समय से दबाव बना हुआ है।
सफल रिटेल स्टोर्स पर टमाटर की कीमत 259 रुपये प्रति किलोग्राम
केंद्र सरकार के हस्तक्षेप के बाद 14 जुलाई से रियायती दर पर टमाटर की बिक्री शुरू होने से राष्ट्रीय राजधानी में इसकी खुदरा कीमतों में नरमी आई थी, लेकिन कम आपूर्ति के कारण भाव फिर चढ़ गए हैं। उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार टमाटर की खुदरा कीमत बुधवार को 203 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गए, जबकि मदर डेयरी के सफल रिटेल स्टोर्स पर टमाटर की कीमत 259 रुपये प्रति किलोग्राम रही।
बेमौसम बारिश से प्रभावित हुई टमाटर की आपूर्ति
मदर डेयरी (Mother Dairy ) के प्रवक्ता ने बताया कि मौसम की असामान्यता (बेमौसम बारिश) के कारण पिछले दो महीनों से देश भर में टमाटर की आपूर्ति प्रभावित हुई है। पिछले दो दिनों में आजादपुर, जो दिल्ली के लिए मुख्य मंडी है, में भी टमाटर की आवक में भारी गिरावट आई है। कम आपूर्ति के कारण थोक में कीमतें तेजी से बढ़ी हैं, जिसके परिणामस्वरूप खुदरा कीमतों पर भी असर पड़ा है।
एशिया की सबसे बड़ी फल व सब्जी मंडी में टमाटर के भाव 170-220 रुपये प्रति किलो
एशिया की सबसे बड़ी थोक फल और सब्जियों की मंडी आजादपुर मंडी में टमाटर का थोक भाव बुधवार को गुणवत्ता के आधार पर 170-220 रुपये प्रति किलो रहा। आजादपुर टमाटर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कौशिक ने बताया कि पिछले तीन दिनों में टमाटर की आवक कम हो गई है क्योंकि भारी बारिश के कारण उत्पादक क्षेत्रों में फसल को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि आजादपुर मंडी में बुधवार को केवल 15 प्रतिशत टमाटर की आवक देखी गई क्योंकि केवल छह छोटे ट्रक जो कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के थे यहां पहुंचे। कौशिक ने हालांकि कहा कि अगले 10 दिनों में आपूर्ति की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है।