पश्चिम बंगाल (West Bengal) में उपचुनाव (by-election) कराने की मांग तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को चुनाव आयोग से मिलेगा। टीएमसी (TMC) महासचिव ने कहा कि बंगाल में उपचुनाव (by-elections in bengal) लंबित हैं। इसको लेकर पिछले महीने भी चुनाव आयोग से संपर्क किया था।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में उपचुनाव (by-election) कराने की मांग तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को चुनाव आयोग से मिलेगा। टीएमसी (TMC) महासचिव ने कहा कि बंगाल में उपचुनाव (by-elections in bengal) लंबित हैं। इसको लेकर पिछले महीने भी चुनाव आयोग से संपर्क किया था।
बता दें कि, जिन सात सीटों पर उपचुनाव (by-election) होने हैं, उनमें एक सीट भवानीपुर (Bhawanipur) भी शामिल है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए ममता इसी सीट से चुनाव लड़ सकती है। बता दें कि, ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) नंदीग्राम से चुनाव लड़ीं थी लेकिन इस सीट से भाजपा से सुवेंदु अधिकारी ने जीत हासिल की थी।
इसके बाद भी ममता (Mamta) ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ममता से पहले भी ऐसे कुछ मुख्यमंत्री रहे हैं जो मुख्यमंत्री बनते समय अपने राज्य की विधानसभा के सदस्य नहीं थे।
बिहार के नीतीश कुमार ने तीन दशक से अधिक समय से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है। नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में भी वे प्रत्याशी नहीं थे। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने भी चुनाव नहीं लड़ा है। ये दोनों विधानपरिषद के सदस्य हैं।