घर में तुलसी मां की पूजा होती है वहां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। तुलसी के पौधे पर नियमित रूप से जल चढ़ाना चाहिए। तुलसी की पूजा हमेशा स्नान के बाद स्वच्छ कपड़े पहन कर ही करना चाहिए।
शायद ही किसी घर का आंगन होगा जहां तुलसी का वास न हो। तुलसी से न सिर्फ आंगन ती शोभा होती बल्कि हिंदू धर्म में इसे विशेष स्थान दिया गया है। माना जाता हैं जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां लक्ष्मी और विष्णु का वास होता है।
घर में तुलसी मां की पूजा होती है वहां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है। तुलसी के पौधे पर नियमित रूप से जल चढ़ाना चाहिए। तुलसी की पूजा हमेशा स्नान के बाद स्वच्छ कपड़े पहन कर ही करना चाहिए।
शास्त्रों के मुताबिक तुलसी को सूर्योदय के बाद ही जल अर्पित करना चाहिए। रविवार के दिन तुलसी को ना तो छूना चाहिए और ना ही इसके पत्ते तोड़ने चाहिए।
तुलसी की 2 प्रमुख सेवायें…
1. तुलसी को प्रतिदिन जल अर्पण करना।
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2. तुलसी की मंजरियों को तोड़कर तुलसी को पीढ़ा मुक्त करना।
ये दो सेवायें श्री ठाकुर जी की सेवा से कम नही माना गया है, इनमें कुछ सावधानियों की भी आवश्यक है।
जैसे- बुधवार,रविवार और द्वादशी को तुलसी दल कभी भी नही… pic.twitter.com/ezPzkz1O55
— 𝗠𝗮𝗵𝗮𝗿𝗮𝗷 𝗝𝗶 (@maharaaj_g) July 26, 2023
महाराज जी ने तुलसी की सेवा के दो तरीके बताये है।
तुलसी की 2 प्रमुख सेवायें…
1. तुलसी को प्रतिदिन जल अर्पण करना।
2. तुलसी की मंजरियों को तोड़कर तुलसी को पीढ़ा मुक्त करना।
ये दो सेवायें श्री ठाकुर जी की सेवा से कम नही माना गया है, इनमें कुछ सावधानियों की भी आवश्यक है।
जैसे- बुधवार,रविवार और द्वादशी को तुलसी दल कभी भी नही तोड़ना चाहिए महापाप लगता है।
कारण- तुलसी जी श्री ठाकुर जी की आज्ञा से केवल इन्ही तीन दिनों विश्राम और निंद्रा लेती हैं, बाकी दिनों वो एक क्षण के लिए भी सोती नही और विश्राम भी नही लेंती हैं, चारो पहर ठाकुर जी की ही सेवा में समर्पित रहतीं हैं।