आज केवल एक बात स्पष्ट है कि दो दिनों की मोहलत इसलिए ली जा रही है ताकि सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाया जा सके। केजरीवाल मनमोहन सिंह वाली व्यवस्था बनाने वाले हैं। जैसे सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह के चेहरे से सरकार चलाती थी।
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को बड़ा एलान किया। उन्होंने कहा कि, अगले दो दिनों में वो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। सीएम केजरीवाल के इस एलान के बाद सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। इसको लेकर अब भाजपा ने सीएम केजरीवाल पर निशना साधना शुरू कर दिया है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि, दो दिनों की मोहलत इसलिए ली जा रही है ताकी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाया जा सके। अरविंद केजरीवाल मनमोहन सिंह वाली व्यवस्था बनाने वाले हैं। जैसे सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह के चेहरे से सरकार चलाती थी।
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, आज किस प्रकार से मजबूरी को उपलब्धि बनाया जाए किसी को सीखना है तो अरविंद केजरीवाल से सीखिए। कोई भी और व्यक्ति होता, 2011-12 वाले अरविंद केजरीवाल ही होते तो वे जेल जाने से पहले ही इस्तीफा दे देते या जेल जाने पर इस्तीफा देते। वे न अपराधमुक्त हुए हैं और न ही दोषमुक्त हुए हैं, सेरेमोनियल बनकर केवल शीश महल में बैठ सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि, आज केवल एक बात स्पष्ट है कि दो दिनों की मोहलत इसलिए ली जा रही है ताकि सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाया जा सके। केजरीवाल मनमोहन सिंह वाली व्यवस्था बनाने वाले हैं। जैसे सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह के चेहरे से सरकार चलाती थी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि उनके प्रति जनता में जो आक्रोश है उसे कम किया जा सकेगा। अगर इस्तीफा देना ही था तो वे पहली बार जेल जाने पर ही दे देते। यह तो मजबूरी को उपलब्धि बताने वाले काम हैं।
बता दें कि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को सीएम पद छोड़ने एलान कर सभी को चौंका दिया। उन्होंने कहा कि वह दो दिन बाद अपने पद से इस्तीफा दे देंगे। इसके साथ उन्होंने दिल्ली में समय से पहले चुनाव कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक लोग उन्हें ईमानदारी का प्रमाण-पत्र नहीं दे देते, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। केजरीवाल ने कहा कि विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें नए सीएम के नाम पर सहमति बनाई जाएगी।