प्रयागराज में हुई विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी। हत्यारों ने गनर पर भी गोली और बम से हमला कर दिया था। इस हमले में एक गनर ही भी मौत हो गयी। इस घटना के बाद प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है। विधानसभा में भी इस हत्याकांड की गूंज सुनने को मिली।
Umesh Pal murder case: प्रयागराज में हुई विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी। हत्यारों ने गनर पर भी गोली और बम से हमला कर दिया था। इस हमले में एक गनर ही भी मौत हो गयी। इस घटना के बाद प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है। विधानसभा में भी इस हत्याकांड की गूंज सुनने को मिली।
नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने उमेश पाल हत्याकांड का मामला उठाया और प्रदेश् की कानून व्यवस्थ को ध्वस्त बताया। इस पर नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को मिट्टी में मिलाने की बात कही। वहीं, अब बसपा सुप्रीम मायावती ने भी इस हत्याकांड को लेकर सरकार को घेरा है। साथ ही कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हुए।
मायावती ने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘प्रयागराज में राजू पाल हत्याकाण्ड के मुख्य गवाह अधिवक्ता उमेश पाल और उनके गनर की दिनदहाड़े हत्या अति-दुखद व अति-निन्दनीय। यह घटना यूपी सरकार के कानून-व्यवस्था के दावों की पोल खोलती है। सरकार मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी उच्च-स्तरीय जाँच कराकर दोषियों को सख्त सजा दिलाए।’
इनके खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
उमेश पाल और गनर की हत्या के बाद पुलिस ने हत्यारों की तलाश तेज कर दी है। इस मामले में पुलिस ने माफिया अतीक अहमद, उसके भाई पूर्व विधायक मोहम्मद खालिद अजीम उर्फ अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, गुलाम और गुड्डू मुस्लिम के अलावा अतीक के बेटों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही अतीक के अज्ञात सहयोगियों को भी आरोपी बनाया गया है।