नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज देश का बजट पेश किया, जिससे जनता काफी उम्मीदें लगाई बैठी थी। बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री ने कहा था कि ये सदी का बेहतर बजट होगा। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ओर इशारा करते हुए नजर आए कि इस बार का बजट किसी मिनी बजट से ज्यादा नहीं होगा। ऐसे में आईए जानते हैं कि लोगों के लिए इस बजट में क्या-क्या रहा।
-इस बार 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को सरकार ने बड़ी राहत दी है। दरअसल, अब 75 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को कोई टैक्स नहीं देना होगा। मगर इसके लिए शर्त ये है कि बुजुर्गों को ये छूट सिर्फ पेंशन पर ही दी जा रही है। ऐसे में बाकी किसी और तरह से कमाए हुए पैसों पर ये मान्य नहीं है।
-हेल्थ सेक्टर को इस बार 2.38 लाख करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। बता दें, सरकार ने इस बार स्वास्थ्य बजट में 135 पर्सेंट का इजाफा किया है। 94 हजार करोड़ रुपये वाले स्वास्थ्य बजट को बढ़ाकर इस बार 2.38 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।
-बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर में इस बार एफडीआई बढ़ गया है। जहां पहले एफडीआई 49 प्रतिशत था तो अब वहीं इसे बढ़ाकर 74 प्रतिशत तक कर दिया गया है। यही नहीं, निवेशकों के लिए चार्टर बनाने की घोषणा भी की गई है। इसके अलावा अब माना जा रहा है कि बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर में बंपर नौकरियां निकलेंगी।
-इस बजट से नौकरी करने वाले तबके को निराशा हाथ लगी है। इस बार के बजट से उम्मीद लगाई जा रही थी कि धारा 80सी के तहत छूट की सीमा बढ़ सकती है। इसके अलावा उम्मीद लगाई जा रही थी कि इस बार 2.5 लाख रुपये तक की कमाई पर मिलने वाली छूट भी बढ़ सकती है। दरअसल, पिछले सात सालों से इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं हुई थी, जिसके कारण ऐसे कयास लगाए जा रहे थे। जुलाई 2014 में आखिरी बार ये टैक्स छूट की सीमा 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख की गई थी और धारा 80सी के तहत निवेश पर टैक्स छूट की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये की गई थी।
-इस बजट को कुल मिलाकर देखा जाए तो आम आदमी को इससे कुछ हासिल नहीं हुआ है। आम आदमी को राहत मिलने वाली कोई भी घोषणा इस बार नहीं की गई है। यही नहीं, इस बार तो मोबाइल के साथ कई वस्तुओं के दाम कस्टम ड्यूटी और सरचार्ज लगने के कारण और बढ़ गए हैं।
-जिस तरह से आमजन के लिए ये बजट निराशाजनक था। उसी तरह से महिलाओं के लिए भी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कुछ खास नहीं किया। हालांकि, महिलाओं को इस बार के बजट से काफी सारी उम्मीदें थीं।