केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि, जब चुनाव आता है तो कांग्रेस वाले नए कपड़े पहनकर आ जाते हैं, अभी-अभी राहुल बाबा यहां आए थे। राहुल बाबा बताएं कि जब 2013-14 में यूपीए की सरकार थी तो आदिवासियों के लिए बजट कितना था? 2013-14 में आदिवासियों के कल्याण के लिए सिर्फ 24 हजार करोड़ का बजट था। जबकि मोदी जी ने 2023-24 आते-आते आदिवासी कल्याण के लिए बजट आवंटन 1 लाख 24 हजार करोड़ रुपये करने का काम किया।
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तेलंगाना के आदिलाबाद में जन गर्जना सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, अब समय आ गया है, तेलंगाना को डबल इंजन की सरकार चाहिए। केसीआर की सरकार 10 साल तक चली, लेकिन गरीबों, किसानों, दलितों और आदिवासियों के लिए कोई काम नहीं किया। केसीआर ने सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाने का काम किया। जबकि मोदी जी ने किसानों, महिलाओं, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और युवाओं को आगे बढ़ाने का काम किया।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि, जब चुनाव आता है तो कांग्रेस वाले नए कपड़े पहनकर आ जाते हैं, अभी-अभी राहुल बाबा यहां आए थे। राहुल बाबा बताएं कि जब 2013-14 में यूपीए की सरकार थी तो आदिवासियों के लिए बजट कितना था? 2013-14 में आदिवासियों के कल्याण के लिए सिर्फ 24 हजार करोड़ का बजट था। जबकि मोदी जी ने 2023-24 आते-आते आदिवासी कल्याण के लिए बजट आवंटन 1 लाख 24 हजार करोड़ रुपये करने का काम किया। कांग्रेस ने केवल गरीबों की बात की, लेकिन गरीबों के लिए कुछ नहीं किया।
साथ ही कहा, केसीआर ने जितने भी वादे किए थे, एक भी वादा पूरा नहीं किया। आदिलाबाद में हवाई पट्टी बनानी थी, नहीं बना पाए। डबल बेडरूम का घर आदिवासी भाईयों-बहनों को देना था, लेकिन नहीं दिया। केसीआर ने कभी गरीबों के लिए काम नहीं किया, बल्कि सिर्फ अपने परिवार को आगे बढ़ाने का काम किया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस मनाने का काम किया और देशभर के आदिवासी भाइयों-बहनों को भगवान बिरसा मुंडा के साथ जोड़कर गौरव प्रदान करने का काम किया।
अमित शाह ने कहा कि, कांग्रेस और केसीआर कभी देश की रक्षा नहीं कर सकते, तेलंगाना को रजाकारों से बचा नहीं सकते। यहां के रजाकारों से कोई बचा सकता है तो सिर्फ और सिर्फ मोदी जी बचा सकते हैं। साथ ही कहा, केसीआर की गाड़ी का स्टेयरिंग ओवैसी के पास है, उनके पास नहीं है। इसलिए इस बार मजलिस के इशारे पर चलने वाली सरकार को उखाड़ फेंकना है और तेलंगाना में कमल खिलाना है।