दुनियाभर में आने वाली कोरोना की तीसरी लहर ने सरकार व लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पूरे विश्व में नए कोरोना स्ट्रेन्स के बच्चों में प्रभाव को लेकर चिंता बनी हुई है। इसी को देखते हुए कम उम्र बच्चों के वैक्सीनेशन के प्रयास भी जारी हैं।
नई दिल्ली। दुनियाभर में आने वाली कोरोना की तीसरी लहर ने सरकार व लोगों की चिंता बढ़ा दी है। पूरे विश्व में नए कोरोना स्ट्रेन्स के बच्चों में प्रभाव को लेकर चिंता बनी हुई है। इसी को देखते हुए कम उम्र बच्चों के वैक्सीनेशन के प्रयास भी जारी हैं।
इसी क्रम में ब्रिटेन ने अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइज़र की वैक्सीन को 12-15 साल उम्र के बच्चों में इस्तेमाल की छूट दे दी है। देश की रेगुलेटरी अथॉरिटी ने वैक्सीन को इस आयु समूह के लिए पूरी तरह सेफ बताया है।