यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण की शुरुआत पश्चिमी यूपी से हो रही है। 10 फरवरी को पहले चरण का चुनाव 11 जिलों की 58 विधानसभा की सीटों पर होना हैं। इनमे से कई विधानसभा की सीटें ऐसी हैं जहां से वर्तमान योगी सरकार में मंत्री रहे कई विधायक ताल ठोकतें मैदान में नजर आयेंगे।
नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण की शुरुआत पश्चिमी यूपी से हो रही है। 10 फरवरी को पहले चरण का चुनाव 11 जिलों की 58 विधानसभा की सीटों पर होना हैं। इनमे से कई विधानसभा की सीटें ऐसी हैं जहां से वर्तमान योगी सरकार में मंत्री रहे कई विधायक ताल ठोकतें मैदान में नजर आयेंगे। इस चुनाव में उन्हें सफलता मिलती है की नहीं ये एक बहुत बड़ा सवाल है।
श्रीकांत शर्मा और सुरेश राणा जैसे मंत्री पहले चरण में ही फाइट करते नजर आयेंगे। पश्चिमी उत्तरप्रदेश में चुनाव में इन दिनों मुफ्त बिजली का मुद्दा भी है और गन्ना किसानों का भी और छुट्टा जानवरों व गोवंश आश्रय स्थल का भी। संयोग है कि इन मंत्रियों में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, गन्ना मंत्री सुरेश राणा, व पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी के कामकाज की भी परीक्षा होनी है।
श्रीकांत शर्मा-मथुरा- ऊर्जामंत्री
बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा जहां अपनी सरकार की खूबियां बता रहे हैं, वहीं विरोधी दलों के हमलों का जवाब दे रहे हैं। उनकी सीट पर सपा रालोद गठबंधन से देवेंद्र अग्रवाल, बसपा से एसके शर्मा, व कांग्रेस से प्रदीप माथुर चुनाव मैदान में हैं।
अतुल गर्ग-गाजियाबाद- चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री
राज्यमंत्री अतुल गर्ग का मुकाबला यहां सपा- रालोद गठबंधन के विशाल वर्मा, बसपा के कृष्ण कुमार व कांग्रेस के सुशांत गोयल से है। मंत्री के तौर पर वह जहां अपनी उपलब्धियां बता रहे हैं, वहीं विपक्षी दल उनको घेरने की तैयारी कर रहे हैं।
सुरेश राणा-थाना भवन- गन्ना मंत्री
पश्चिमी यूपी में गन्ना किसानों की समस्याएं बड़ा मुद्दा है। योगी सरकार के चर्चित मंत्री सुरेश राणा योगी सरकार में गन्ना किसानों का सर्वाधिक भुगतान होने की बात कहते हैं। चुनाव में उनके कामकाज की भी परख होगी। उनको टक्कर देने के लिए रालोद से अशरफ अली, बसपा जहीर मलिक हैं। सत्यम सैनी कांग्रेस से हैं।
कपिल अग्रवाल-मुजफ्फरनगर सदर- व्यवसायिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
भाजपा के कपिल देव अग्रवाल के अलावा यहां मंत्री को अपने कामकाज के अलावा योगी मोदी की लोकप्रियता का भरोसा है रालोद के सौरभ स्वरूप, बसपा के पुष्पांकर पाल व कांग्रेस के सुबोध शर्मा भी मजबूती से लड़ रहे हैं।
संदीप सिंह- अतरौली
भाजपा के कद्दावर नेता कल्याण सिंह के पौत्र संदीप इस सीट से दुबारा चुनाव मैदान में हैं। उनके दादा कल्याण सिंह यहां कई बार जीते। राज्यमंत्री के तौर पर उनकी पहचान बनी। यहां सपा रालोद गठबंधन से वीरेश यादव, बसपा से ओमवीर व कांग्रेस से धर्मेंद्र कुमार मैदान में हैं।
चौधरी लक्ष्मी नारायण-छाता- दुग्धविकास, पशुधन व मत्स्य मंत्री
इस प्रतिष्ठित सीट पर ठाकुर तेजपाल सिंह सपा रालोद गठबंधन से लड़ रहे हैं तो बसपा से सोहनपाल सिंह व कांग्रेस से पूनमदेवी मैदान में हैं।
अनिल शर्मा शिकारपुर- वन पर्यावरण राज्यमंत्री
बुलंदशहर की इस सीट मंत्री अनिल शर्मा के मुकाबले शिकारपुर सीट पर रालोद के किरनपाल हैं तो बसपा मो. रफीक व कांग्रेस जियाउर रहमान भी टक्कर दे रहे हैं।
जीएस धर्मेश आगरा कैंट- खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री
जीएस धर्मेंश को चुनौती देने के लिए सपा रालोद से कुंवर चंद्र एडवोकेट, बसपा से भातेंद्र अरुण हैं। कांग्रेस से सिकंदर सिंह मैदान में हैं।