UP Election 2022 : शिया धर्मगुरु (Shia Cleric) और इमाम-ए-जुमा मौलाना कल्बे जवाद नकवी (Imam-e-Juma Maulana Kalbe Jawwad Naqvi) ने जनता से उस पार्टी को वोट देने की अपील की है, उन्होंने कहा कि जो दंगा-फसाद रोकने में सक्षम हो। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawwad) ने नाम लिए बिना कहा कि मुसलमानों की सबसे बड़ी हमदर्द समझी जाने वाली पार्टी ने शिया कौम के एक शख्स को टिकट देने के बाद वापस लेकर कौम का अपमान किया है?
UP Election 2022 : शिया धर्मगुरु (Shia Cleric) और इमाम-ए-जुमा मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी (Imam-e-Juma Maulana Kalbe Jawad Naqvi) ने जनता से उस पार्टी को वोट देने की अपील की है, उन्होंने कहा कि जो दंगा-फसाद रोकने में सक्षम हो। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो (Viral Video) में मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawwad) ने नाम लिए बिना कहा कि मुसलमानों की सबसे बड़ी हमदर्द समझी जाने वाली पार्टी ने शिया कौम के एक शख्स को टिकट देने के बाद वापस लेकर कौम का अपमान किया है?
रविवार को वायरल वीडियो (Viral Video) में मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawwad) यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा और कानून मंत्री ब्रजेश पाठक की तारीफ करते नजर आ रहे हैं। योगी सरकार की तारीफ करते हुए मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawwad) ने कहा कि भाजपा सरकार ने शिया कौम की काफी मदद की है। ऐसे में हमें उन्हें वोट करना चाहिए, जिसने हमारी मदद की है।
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) का तीसरे चरण का चुनाव समाप्त हो गया है। ऐसे में अब चौथे चरण का चुनावी बिगुल बज गया है, जिसमें लखनऊ समेत 9 जिलों की 60 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। इसमें अवध क्षेत्र के कई जिले आते हैं। इसी बीच शिया धर्मगुरू कल्बे जव्वाद (Shia cleric Kalbe Jawwad) का एक वीडियो सामने आने के बाद सियासी समीकरण बदल सकते हैं। मौलाना ने अपने बयान में दंगे-फसाद रोकने में सक्षम पार्टी को वोट देने की अपील की है।
शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawad) ने अपने वीडियो में किसी पार्टी का नाम लिए बगैर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर निशाना साधा है। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि मुसलमानों की जो सबसे बड़ी पार्टी मानी जाती है, उसने पूरी शिया कौम का अपमान किया है। एक शिया को टिकट देकर वापस ले लिया। उन्होंने पूरे कौम की तौहीन की है।
शिया प्रत्याशी का टिकट कटने से नाराज
मौलाना ने कहा कि जो छुटभैये मौलवी हिमायत करते नजर आ रहे हैं, उनको समझ नहीं आ रहा है कि किस तरह कौम की तौहीन की गई थी कि एक शिया को टिकट दिया गया और 2 घंटे बाद उनसे टिकट वापस ले लिया गया। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि उनको जलील करने की कोशिश की गई। इसको सबके सामने रखना चाहिए।
किसी का नाम लिये बगैर साधा निशाना
मौलाना ने कहा कि हम लोग किसी विशेष पार्टी की हिमायत नहीं कर रहे हैं। हमारा कहना यही है कि जो हमारे कौम के हक में हो और जो दंगे-फसाद रोकने में सक्षम हो, उन्हें वोट दिया जाए। मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawwad) ने अपने बयान में किसी पार्टी का नाम लिए बगैर सपा की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्होंने हमेशा धोखा दिया है तो वोट देना अपने को धोखा देना होगा।
शिया धर्मगुरू की नाराजगी पड़ सकती है भारी
अवध क्षेत्र के 21 जिलों में करीब 118 विधानसभा सीटें आती है, जिसमें चौथे चरण में 9 जिलों की 60 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में अवध क्षेत्र की लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई में 23 फरवरी को मतदान होना है। इसी बीच कल्बे जव्वाद का ये बयान काफी हद तक मुस्लिम वोटरों पर असर डालेगा। शिया धर्मगुरू होने के नाते कल्बे जव्वाद की अपने कौम में अच्छी पकड़ है। एक बड़ा मुस्लिम वर्ग उनका सम्मान करता है।
किसके टिकट कटने से नाराज हैं मौलाना?
शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जव्वाद (Maulana Kalbe Jawwad) ने अपने बयान में भले ही किसी पार्टी का नाम ना लिया हो, लेकिन मिल रही जानकारी के मुताबिक वो समाजवादी पार्टी के टिकट बंटवारे और शिया प्रत्याशी का टिकट काटे जाने से बेहद नाराज हैं। उनकी इस नाराजगी का असर अवध क्षेत्र ही नहीं है बल्कि चौथे चरण के साथ ही बाकी बचे चरण में भी सपा का खेल बिगाड़ सकता है।
ऐसी चर्चा है कि जिन शिया नेता का टिकट कटने से कल्बे जव्वाद नाराज हैं वह अयोध्या की रुदौली सीट पर दो बार सपा विधायक और पूर्व मंत्री रहे अब्बास अली जैदी उर्फ रुश्दी मियां हैं। सपा ने इस बार रुश्दी मियां को टिकट न देकर आनंदसेन यादव को प्रत्याशी बनाया है। सपा से टिकट न मिलने पर रुश्दी मियां बीएसपी के टिकट पर आनंदसेन के खिलाफ मैदान में हैं। बीजेपी ने यहां रामचंदर यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
बता दें कि अब यह त्रिकोणीय मुकाबला काफी मुश्किल होने वाला है। क्योंकि यहां बीजेपी और सपा दोनों ने यादव उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है और तीसरा उम्मीदवार मुस्लिम है। ऐसे में कल्बे जव्वाद के बयान से सपा का नुकसान हुआ तो बीजेपी को फायदा हो सकता है।