UP Elections 2022 : यूपी (UP) सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है। इसके साथ ही कोरोना महामारी (Corona Pandemic) को देखते हुए चुनाव आयोग ने रैलियों पर फिलहाल रोक लगा दी है। इसको देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने डिजिटल अभियान (Digital Campaign) को तेज करने के लिए पूरी तरह तैयार है। बीजेपी (BJP) का विशेष ध्यान व्हाट्सऐप (WhatsApp) पर होगा। जहां उसने मतदाताओं को जुटाने के लिए बूथ स्तर के एक लाख से अधिक ग्रुप बनाए हैं।
UP Elections 2022 : यूपी (UP) सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है। इसके साथ ही कोरोना महामारी (Corona Pandemic) को देखते हुए चुनाव आयोग ने रैलियों पर फिलहाल रोक लगा दी है। इसको देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने डिजिटल अभियान (Digital Campaign) को तेज करने के लिए पूरी तरह तैयार है। बीजेपी (BJP) का विशेष ध्यान व्हाट्सऐप (WhatsApp) पर होगा। जहां उसने मतदाताओं को जुटाने के लिए बूथ स्तर के एक लाख से अधिक ग्रुप बनाए हैं।
पार्टी सोशल मीडिया (Social Media) पर अपने अभियान की शुरुआत के लिए पूरी तरह से तैयार है। पिछले छह महीनों में अपने 9 हजार से अधिक सोशल मीडिया (Social Media) पदाधिकारियों के लिए कम से कम 85 बैठकें और कार्यशालाएं आयोजित की जा चुकी हैं। अब बूथ स्तर पर बनाए गए एक लाख से अधिक व्हाट्सएप ग्रुपों (Whatsapp Groups) पर सामग्री का प्रसार तेज करने की योजना बना रही है। 100 से अधिक फेसबुक पेज (Facebook Page) विभिन्न जिलों में आउटरीच के लिए तैयार किए गए हैं।
‘फर्क साफ है’ का जवाब देगी सपा
जबकि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अधिकारियों ने कहा कि पार्टी ने भाजपा के ‘फ़र्क साफ है’ का मुकाबला करने और कुशासन का प्रचार करने के लिए जिलेवार डिजिटल मीडिया आउटरीच शुरू कर दी है। दो पार्टियों के सोशल मीडिया (Social Media) कंटेंट की प्रारंभिक तुलना से पता चलता है कि पिछले तीन महीनों में एसपी (SP) के 7,500 की तुलना में बीजेपी के सोशल मीडिया पर 28,000 से अधिक पोस्ट हैं।
भाजपा लगातार मजबूत कर रही अपना डिजिटल आउटरीच कैंपेन
कोरोना काल (Corona Period) में अपने मतदाताओं तक पहुंचने के लिए बीजेपी (BJP) अपने डिजिटल आउटरीच (Digital Outreach)को लगातार मजबूत कर रही है। भाजपा (BJP) ने 35 से अधिक समूह बनाए हैं जो शिक्षा, नौकरी, स्वास्थ्य, गरीबों के कल्याण, महिलाओं की सुरक्षा, कानून-व्यवस्था, छोटे व्यवसायों, सांस्कृतिक पहचान और तुष्टीकरण की राजनीति जैसे मुद्दों पर चर्चा करते हैं।
ओबीसी समुदायों के लिए विशेष व्हाट्सऐप ग्रुप
पार्टी ने कुर्मी, कोइरी, कश्यप, बंकर, गुर्जर और अन्य जैसे ओबीसी समुदायों के लिए विशिष्ट व्हाट्सएप ग्रुपों (Whatsapp Groups) भी बनाए हैं जिन्हें वह अपने पक्ष में लामबंद करना चाहती है। पार्टी के एक अन्य पदाधिकारी ने कहा, “हम हर समूह के लिए अलग सामग्री तैयार कर रहे हैं और उन्हें बूथ स्तर के व्हाट्सऐप ग्रुपों तक पहुंचाया जा रहा है। हमारे पदाधिकारियों को संबंधित शक्ति केंद्र द्वारा उन्हें आवंटित मतदाताओं के संपर्क में रहने के लिए प्रशिक्षित किया गया है।”
पार्टी वर्चुअल रैलियों और डिजिटल आउटरीच (Digital Outreach) में शिफ्ट होने के लिए पूरी तरह से तैयार है जैसा कि उसने बिहार चुनावों के दौरान किया था। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, जो उस समय बिहार के पार्टी प्रभारी थे, ने कहा था कि वर्चुअल रैलियों से लोगों को जाति और अन्य बाधाओं को दूर करने और केवल विकास के लिए वोट करने में मदद मिलती है।