वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का तबादला 24 घंटे के अंदर ही रद्द हो गया। शुक्रवार उनका तबादला प्रयागराज के मंडलायुक्त पद पर किया गया था लेकिन ऐसा क्या हुआ कि योगी सरकार ने उनके तबादले को निरस्त कर दिया और फिर से उन्हें वाराणसी का जिलाधिकारी बना दिया।
UP News: वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा (Kaushal Raj Sharma) का तबादला 24 घंटे के अंदर ही रद्द हो गया। शुक्रवार उनका तबादला प्रयागराज के मंडलायुक्त पद पर किया गया था लेकिन ऐसा क्या हुआ कि योगी सरकार (Yogi Sarkar) ने उनके तबादले को निरस्त कर दिया और फिर से उन्हें वाराणसी का जिलाधिकारी बना दिया।
वहीं, अब इसको लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। कुछ लोगों का कहना है कि पीएमओ की दखल के बाद कौशल राज शर्मा का तबादला निरस्त किया गया है। कहा जा रहा है कि पीएम मोदी भी अपने संसदीय क्षेत्र में कौशल राज शर्मा के काम से खुश हैं, जिसके कारण उनका तबादला निरस्त किया गया है। आइए जानते हैं कौशल राज शर्मा के बारे में….
कौशल राज शर्मा के बारे में जानिए
बता दें कि, कौशल राज शर्मा (Kaushal Raj Sharma) मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले हैं। इनका जन्म पांच अगस्त 1978 को हुआ है। कौशल राज शर्मा ने 2006 में आईएएस की परीक्षा पास की और यूपी कैडर में शामिल हुए। इसके पहले इन्होंने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग से एमटेक और फिर एमए पब्लिक पॉलिसी की पढ़ाई की है।
तेज तर्रार अफसरों में होती है गिनती
बता दें कि, कौशल राज शर्मा (Kaushal Raj Sharma) की गिनती बहुत ही तेज तर्रार अफसरों में होती है। वाराणसी से पहले वह लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर जैसे बड़े जिलों के जिलाधिकारी रह चुके हैं। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र की कमान इन्हें मिलने के बाद कई अच्छे काम किए। तब से लेकर आज तक वह इस पद पर बने रहे। इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की कई परियोजनाओं को आगे बढ़ाया।
वाराणसी की कमान संभालते ही परियोजनाओं में आई तेजी
बता दें कि, कौशल राज शर्मा (Kaushal Raj Sharma) ने कमान संभालते ही केंद्र और राज्य सरकार की तमाम परियोजनाओं में तेजी आई। फिर वह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हो या वाराणसी की सड़कों के चौड़ीकरण का। कोरोना काल में भी डीएम कौशल राज शर्मा ने काफी मेहनत की।