यूपी के वाराणसी जिले की दो मुस्लिम महिलाओं (Two Muslim women) ने सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को अपने खून से पत्र लिखकर इंसाफ गुहार लगाई है। महिलाओं ने पत्र के माध्यम से उत्पीड़न और पुलिस की कार्रवाई की हकीकत बयां की हैं।
लखनऊ। यूपी के वाराणसी जिले की दो मुस्लिम महिलाओं (Two Muslim women) ने सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को अपने खून से पत्र लिखकर इंसाफ गुहार लगाई है। महिलाओं ने पत्र के माध्यम से उत्पीड़न और पुलिस की कार्रवाई की हकीकत बयां की हैं। वहीं, पत्र के सामने आने के बाद पुलिस ने फौरन सक्रिय होते हुए केस दर्ज कर लिया और आनन-फानन में पीड़ितों के घर नोटिस (Notices) चस्पा किया है।
दरअसल, जैतपुरा इलाके (Jaitpura Locality) में रहने वाली यह शाहिदा और रोमी का आरोप है कि मदरसे के प्रबंधक रिजवान ने उनके साथ बेईमानी की व नौकरी दिलाने के नाम पर शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डाला गया, जिसकी तहरीर थाने में दी गयी, लेकिन अभी तक कोई केस दर्ज नहीं किया। जैतपुरा थानाध्यक्ष पर आरोप है कि दोनों महिलाएं 12 दिनों से एफआईआर के लिए थाने में चक्कर लगा रही हैं लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।
सुनवाई न होने पर पीड़ित महिलाओं ने अपने शरीर से खून निकलवा कर उससे सीएम योगी के नाम एक पत्र लिखा है। जानकारी के मुताबिक पत्र लिखने वाली शाहिदा और रूमी हैं। दोनों जैतपुरा में स्थित चुरगे उलूम मदरसे (Churge Uloom Madrasa) में प्राइवेट अध्यापिका (Private Teacher) हैं। मदरसे (Madrasa) में परमानेंट नौकरी का विकल्प आया तो प्रबंधक रिजवान (Madrasa Manager Rizwan) ने इन्हें नौकरी दिलाने का प्रलोभन दिया और इनसे 2 लाख रुपये ले लिया, लेकिन जब इंटरव्यू का दिन आया तो इन्हें नहीं बुलाया गया।
ऐसे में जब यह इंटरव्यू वाले दिन यानी 28 जून को मदरसे पहुंचीं और प्रबंधक रिजवान से सवाल करने लगीं तो रिजवान उसे दूसरे कमरे में ले जाकर उनसे नौकरी के नाम पर और 13 लाख रुपये मांगने लगा। शाहिदा ने इसका विरोध किया तो उसके साथ मारपीट कर मदरसे से निकाल दिया। मारपीट के कारण गर्भवती शाहिदा का मिस कैरेज हो गया।
वहीं, ठगी का शिकार हुईं शाहिदा और रोमी जब प्रबन्धक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने जैतपुरा थाने पहुंची और लिखित तहरीर दी। लेकिन 12 दिन बीत जाने के बाद भी थाने की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी। आरोप है कि थानाध्यक्ष ने सुलह करने के लिए दोनों पीड़िताओं दबाव बनाया। इतना ही नही उन्हें कुरान पर हाथ रख के कसम खाने की बात भी कही गयी।
पत्र की बात सुन थानाध्यक्ष
पुलिस में सुनवाई न होने पर बुधवार को दोनों महिलाओ ने अपनी आप बीती खून से एक पत्र पर लिखा और उसे सीएम योगी को पोस्ट करने की बात कही। खून से पत्र लिखे जाने की सूचना मिलते ही जैतपुरा थाने में हड़कम्प मच गया। इसके बाद थानाध्यक्ष मथुरा राय द्वारा दोनों पीड़िताओं को बार बार कॉल किया, लेकिन जब महिलाओ ने उन्हें जवाब दिया कि अब वो सीधे सीएम से मिलेंगी। तब थानाध्यक्ष में महिलाओं के बिना थाने गए ही देर शाम रिजवान के खिलाफ धारा 354 , 406 और 323 में केस दर्ज कर लिया।