यूपी (UP) के हरदोई जिले (Hardoi District) में एक कैदी को डायलिसिस के लिए राजधानी लखनऊ भेजा गया, तो उसने पुलिस के साथ जाने से इनकार कर दिया। पुलिस सोमवार को उसे ले जा रही थी तो कैदी ने हंगामा मचा दिया। पुलिसवालों से कहा कि लिखकर दो कि रास्ते में मुझे गोली नहीं मारोगे।
लखनऊ। यूपी (UP) के हरदोई जिले (Hardoi District) में एक कैदी को डायलिसिस के लिए राजधानी लखनऊ भेजा गया, तो उसने पुलिस के साथ जाने से इनकार कर दिया। पुलिस सोमवार को उसे ले जा रही थी तो कैदी ने हंगामा मचा दिया। पुलिसवालों से कहा कि लिखकर दो कि रास्ते में मुझे गोली नहीं मारोगे।
यूपी के हरदोई जिले में एक कैदी को डायलिसिस के लिए राजधानी लखनऊ भेजा गया, तो उसने पुलिस के साथ जाने से इनकार कर दिया। पुलिस सोमवार को उसे ले जा रही थी तो कैदी ने हंगामा मचा दिया। पुलिसवालों से कहा कि लिखकर दो कि रास्ते में मुझे गोली नहीं मारोगे। pic.twitter.com/ov6MIQUbYt
— santosh singh (@SantoshGaharwar) March 14, 2023
करीब 2 घंटे तक कैदी हंगामा करता रहा। पुलिसकर्मियों ने उसे समझाने की हर कोशिश की, लेकिन वह जाने को तैयार नहीं हुआ। आखिरकार पुलिस कर्मी उसे वापस जिला कारागार ले गई।
कैदी बोला- साजिश के तहत लखनऊ किया गया रेफर
कैदी रिजवान ने कहा कि मुझे लखनऊ साजिश के तहत रेफर किया गया है। योगी की पुलिस रास्ते में ही गोली मारकर एनकाउंटर कर देगी। मुख्यमंत्री ने UP पुलिस को जाने कौन सी बूटी सुंघाई है कि वह अब एनकाउंटर कर रहे हैं। जब पुलिस लिख कर देगी कि वह जिस हाल में उसे लेकर जा रही है, उसी तरह सुरक्षित रखेगी, तो ही उनके साथ जाऊंगा।
कैदी का नाम रिजवान है। उस पर आरोप है कि उसने 2014 में अपनी पत्नी नाजरा बेगम पर घर में तेजाब डाला था। एसिड अटैक से वो गंभीर रूप से झुलस गई थी। रिजवान के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जमानत पर छूटने के बाद रिजवान फरार हो गया था। इसके चलते अदालत ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। 11 महीने पहले अदालत से गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस के डर से उसने अदालत में सरेंडर किया था।
कैदी रिजवान को किडनी की बीमारी है, डॉक्टरों ने दी है डायलिसिस की सलाह
रिजवान को किडनी की बीमारी है। डॉक्टरों ने उसकी नियमित डायलिसिस की सलाह दी। उसे डायलिसिस के लिए सोमवार को मेडिकल कॉलेज लाया गया था। यहां उसने डायलिसिस नहीं कराई। डॉक्टर ने उसे KGMU लखनऊ ले जाने की सलाह दी।
इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे एम्बुलेंस में बैठाया, लेकिन वो इतना डरा हुआ था कि वह पुलिसकर्मियों के साथ जाने को तैयार नहीं था। लिहाजा, उसने हंगामा शुरू कर दिया और पुलिसकर्मियों से गोली न मारने की गुहार लगाने लगा।
जेल अधीक्षक बोले- अक्सर करता है हंगामा
जेल अधीक्षक उदय प्रताप मिश्रा ने बताया कि वह अक्सर इस तरह से हंगामा करता है। जेल के अंदर भी कई बार इसी तरह बवाल कर चुका है। सोमवार को उसकी रिहाई के लिए आदेश भी मिले हैं। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे जेल से रिहा किया जाएगा।