समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को रायबरेली में कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य समेत अन्य नेता उनके साथ रहे। इस दौरान अपने भाषण में कहा कि, कांशीराम के अनुयायी अब हमारे साथ हैं। कांशीराम और नेताजी मुलायम सिंह यादव के संकल्प को समाजवादी पार्टी पूरा करेगी। इस दौरान उन्होंने बसपा पर भी निशाना साधा।
रायबरेली। लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गयी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा दांव चला है। सोमवार को रायबरेली में कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य समेत अन्य नेता उनके साथ रहे। इस दौरान अपने भाषण में कहा कि, कांशीराम के अनुयायी अब हमारे साथ हैं। कांशीराम और नेताजी मुलायम सिंह यादव के संकल्प को समाजवादी पार्टी पूरा करेगी। इस दौरान उन्होंने बसपा पर भी निशाना साधा।
अखिलेश यादव ने कहा कि, जो काम उन्हें करना चाहिए था। वे नहीं कर पाए और अब सपा कर रही है तो उन्हें तकलीफ हो रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि मान्यवर कांशीराम की मूर्ति लगने पर सबसे ज्यादा खुशी उनके अनुयायियों को होनी चाहिए जिन्हें खुशी नहीं है। वह कांशीराम के अनुयायी नहीं हो सकते हैं। भाजपा पर निशाना साधते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि किसी जमाने में ईस्ट इंडिया कंपनी आई थी। देश गुलाम हुआ। अब एक बार फिर देश को निजी हाथों में बेचा जा रहा है। गरीबों का हक उद्योगपतियों के यहां गिरवी रखा जा रहा है।
इसके साथ ही कहा कि, जिन्होंने बजट देखा होगा, बजट में क्या कहा, कि हमने इतना रोजगार और इतनी नौकरी दे दी है कि यूपी में बेरोजगारी दर 4 दशमलव कुछ बची है। इसका मतलब यह है 100 में 4 लोग ही बेरोज़गार बचे हैं सब को रोज़गार मिल गया। लेकिन गांवों में सब के सब युवा बेरोज़गार हैं।