यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान साथ आए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूट जाएगा। साथ ही दोनों पार्टियों के बीच आंतरिक रार और ज्यादा बढ़ती जा रही है।
UP News: यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान साथ आए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन टूट जाएगा। साथ ही दोनों पार्टियों के बीच आंतरिक रार और ज्यादा बढ़ती जा रही है। गुरुवार को इसका प्रत्यक्ष प्रमाण देखने को मिला। जब सुभासपा के विधायक सपा कार्यालय में आयेाजित बैठक में नहीं पहुंचे।
हालांकि, रालोद प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Choudhary) विधायकों के साथ सपा कार्यालय पहुंचे थे। दरअसल, राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के लखनऊ आगमन पर सपा कार्यालय में विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। बताया जा रहा है इसको लेकर सपा ने अपने गठबंधन के साथियों को भी बुलाया था। लेकिन बाद में सुभासपा को बताया गया कि अभी बैठक तय नहीं है।
फिर भी सुभासपा के सभी विधायकों को लखनऊ बुला लिया गया। वे लखनऊ में पहुंच कर बैठक में बुलावे आने का इंतजार करते रहे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इससे सुभासपा की नाराजगी बढ़ गई है। सूत्रों की माने तो सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) बीते दिनों से लगातार अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साध रहे हैं। इसको लेकर दोनो नेताओं के बीच नाराजगी बढ़ गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि अब जल्द ही गठबंधन टूट सकता है।