भारतीय जनता पार्टी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया है। अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे चल रहे पश्चिम के जाट नेता और योगी सरकार में पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र चौधरी को सूबे की कमान सौंपी गई है।
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया है। अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे चल रहे पश्चिम के जाट नेता और योगी सरकार में पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी को सूबे की कमान सौंपी गई है।
बता दें कि भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बुधवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की थी। भूपेंद्र सिंह चौधरी बुधवार को आजमगढ़ में सरकारी कार्यक्रम बीच में छोड़कर दिल्ली रवाना हो गए थे, जहां जेपी नड्डा समेत बीजेपी और आरएसएस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। भूपेंद्र सिंह चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की सहमति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी दे दी थी।
पश्चिम के सियासी समीकरणों को साधने की कोशिश
भूपेंद्र सिंह चौधरी को अध्यक्ष बनाकर भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व पश्चिम के सियासी समीकरणों को साधने की कोशिश की है। पश्चिमी यूपी में समाजवादी पार्टी के गठबंधन को कमजोर करने की भी यह रणनीति है। भूपेंद्र सिंह चौधरी बुधवार रात दिल्ली पहुंचे वहां भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की और राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल से मुलाकात की थी।
जानें कौन हैं भूपेंद्र सिंह चौधरी?
भूपेंद्र सिंह चौधरी अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। आरएसएस की पृष्ठभूमि से आने वाले भूपेंद्र सिंह चौधरी बीजेपी के पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं। भूपेंद्र सिंह चौधरी ने विश्व हिंदू परिषद से अपनी राजनीति शुरू की थी। मुरादाबाद के रहने वाले भूपेंद्र सिंह चौधरी बीजेपी की जिला कार्यकारिणी के सदस्य भी रहे हैं। अमित शाह जब यूपी में प्रभारी बनकर आए इसके बाद भूपेंद्र सिंह चौधरी को अपने साथ तमाम चुनावी अभियानो में लगाया। वहीं महामंत्री संगठन सुनील बंसल के भी भूपेंद्र चौधरी काफी करीबी माने जाते हैं। पिछले दिनों पश्चिमी यूपी में जाट आंदोलन को खत्म करने के लिए भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कमान संभाली थी। भूपेन्द्र सिंह चौधरी बीजेपी से एमएलसी और योगी सरकार में दूसरी बार पंचायती राज मंत्री बने थे।