लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने इस कार्यकाल का अंतिम बजट 18 फरवरी को प्रस्तुत कर सकती है। वित्त विभाग बजट को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है। विभागों के साथ बजट को लेकर लगातार बैठकें की जा रही हैं। इस बार बजट में अयोध्या पर खास फोकस दिखने की उम्मीद की जा रही है। अयोध्या के चौतरफा विकास के लिए सरकार कई मदों में अच्छी खासी धनराशि इस बजट के माध्यम से दे सकती है।
वर्ष 2021-22 के लिए तैयार किया जा रहे इस बजट का आकार करीब 5.75 लाख करोड़ रहने का अनुमान है। यह अब तक का सबसे बड़ा बजट होगा। कोरोना से उत्पन्न स्थितियों से बेहतर मुकाबला करने के साथ ही राज्य सरकार नए वित्तीय वर्ष में विकास कार्यों को बहुत अधिक गति देने की तैयारी में है। प्रदेश सरकार की इस मंशा को वित्त विभाग के अधिकारी बजट का केंद्र बिंदू बनाने के काम में जुटे हैं।
बताया जाता है कि प्रदेश सरकार 18 से 20 फरवरी के बीच बजट प्रस्तुत करने की तैयारी में है। इसी तिथि को ध्यान में रख कर बजट तैयार किया जा रहा है। बजट में इस बार कुछ नई घोषणाओं की उम्मीद भी है। ऑनलाइन पढ़ाई के लिए छात्रों को लैपटाप या टैबलेट, किसानों को सब्सिडी जैसी योजनाएं तथा महिलाओं के लिए भी नई योजनाएं बजट का हिस्सा हो सकती हैं। इनके अलावा प्रदेश सरकार अयोध्या के विकास के लिए भी की मदों में बड़ी धनराशि दे सकती है। गोरखपुर, वाराणसी के विकास को भी बजट में तरजीह मिलने की उम्मीद की जा रही है।