सावन में भगवान शिव की भक्ति का का विशेष् योग होता है। इस मास में भगवान शिव के शिवलिंग पर जलधारा और अचूक वनस्पतियों को अर्पित किया जाता है।
Sawan ke somvar ko shivling par chadhaen vanaspati : सावन में भगवान शिव की भक्ति का का विशेष् योग होता है। इस मास में भगवान शिव के शिवलिंग पर जलधारा और अचूक वनस्पतियों को अर्पित किया जाता है। मान्यता कि भगवान शिव को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करने से मन की सभी इच्छाएं पूरी होती है। पौराणिक ग्रंथों में वर्णित है कि ीागवान शिव के प्रिय माह में भक्तों को यह अवसर मिलता है कि वो पूरे विधि विधान से आदिदेव की पूजा अर्चना कर सके। सावन में सोमवार का दिन खास महत्व रखता है। इस दिन पूरे मनोयोग से भगवान आदिदेव को दूध गंगाजल अर्पित करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
उपाय
सावन में सोमवार के दिन 11 या 21 बेलपत्र पर चंदन से ओम् नमः शिवाय लिखें। साथ ही ‘त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधम्, त्रिजन्मपाप संहारं एक बिल्वं शिवार्पणम्’ इस मंत्र के शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करें।
शमी -पत्र
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार,शमी घर पर लगाने से सुख-समृद्धि और धन का आगमन होता है। भगवान को शमी -पत्र अर्पित करते समय निम्नलिखित श्लोक बोला जाता है।
अमंगलानां शमनीम् शमनीम् दुष्कृतानाम् च।
दुःस्वप्न-नाशिनीं धन्यां प्रपद्येहं शमीं शुभाम्।।