वास्तु टिप्स: जानिए हमें घर में टूटा या टूटा हुआ दर्पण क्यों नहीं रखना चाहिए और इसके क्या प्रभाव होते हैं।
वास्तु टिप्स: घर में कभी भी टूटा या टूटा हुआ दर्पण नहीं रखना चाहिए। घर के बड़े-बुजुर्ग अक्सर हमें घर से टूटे हुए शीशे और टूटी हुई मूर्तियों को हटाने के लिए कहते हैं। इसके पीछे एक महत्वपूर्ण कारण है जिसका उल्लेख वास्तु शास्त्र में किया गया है।
हम घर में टूटा या विकृत दर्पण नहीं रखने की बात करते हैं। वैसे तो घर में शीशा लगाना शुभ होता है, लेकिन टूटा हुआ या टूटा हुआ दर्पण अशुभ फल देता है।
ऐसा दर्पण घर में रखने से सकारात्मक कंपन कम होता है और नकारात्मक कंपन बढ़ता है क्योंकि टूटे हुए दर्पण पर पड़ने वाली रोशनी नकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है जो सीधे घर के सदस्यों को प्रभावित करती है।
शीशा टूटा हो तो उसे घर से बाहर फेंक देना चाहिए। जब कोई शीशा अचानक टूट जाए तो इसका मतलब है कि इस शीशे पर घर में कोई बड़ी मुसीबत टल गई है, इसलिए उसे बाहर फेंक देना चाहिए।
वास्तु के मुताबिक घर में दर्पण लगाते समय इस बात का जरूर ध्यान रखें कि शीशे एक-दूसरे के सामने न लगे हो। क्योंकि इससे घर में तनाव उत्पन्न होगा।
बाथरूम में दर्पण लगाते समय ध्यान रखें कि वह बिल्कुल दरवाजे के सामने ना हो। इससे वास्तु दोष लगता है।
वास्तु के मुताबिक शीशा टूटा हो तो उसे घर से बाहर फेंक देना चाहिए।