जीवन की यात्रा में विवाह संस्कार का विशेष महत्व है। जीवन साथी के साथ जीवन की यात्रा को आरंभ करने के लिए विवाह एक महत्वपूर्ण संस्कार है।
Vastu Tips : जीवन की यात्रा में विवाह संस्कार का विशेष महत्व है। जीवन साथी के साथ जीवन की यात्रा को आरंभ करने के लिए विवाह एक महत्वपूर्ण संस्कार है। जीवन साथी के साथ जीवन की चुनौतियों को पार करने और सफलता के सोपान गढ़ने के लिए विवाह आवश्यक है। विवाह में अड़चन भी आती है। विवाह के बाद भी अड़चन आती है। इसके लिए वास्तु शास्त्र में विस्तार से बताया गया है। वास्तु शास्त्र की मानें तो कुंडली में मंगल दोष होने से विवाह संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।आइये जानते है कुछ वास्तु उपाय जिनकी मदद से विवाह में आ रही अड़चनों को दूर किया जा सकता है।
1.वास्तु के अनुसार, घर के दक्षिण-पश्चिमी कोने में अविवाहित महिला को सोने से बचना चाहिए।
2.घर के दक्षिण-पश्चिमी कोने में सोने से विवाह संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
3.सोने के लिए घर की उत्तर-पश्चिम दिशा शुभ मानी जाती है।
4.अविवाहित पुरुषों को उत्तर पूर्व दिशा में सोना चाहिए और दक्षिण पूर्व दिशा में सोने से बचना चाहिए।
5.वास्तु की मानें तो अविवाहित लोगों को सोने वाले बिस्तर पर गुलाबी रंग की चादर बिछाना चाहिए। मान्यता है कि गुलाबी रंग प्यार का प्रतीक है