बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है। कि घर में बच्चों के पढ़ने का कमरा वास्तु नियमों के मुताबिक बना हो
बच्चों की पढ़ाई लिखाई उनके भविष्य का आधार होती है। बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है। कि घर में बच्चों के पढ़ने का कमरा वास्तु सम्मत हो वास्तु नियमों का पालन करने से बच्चों की पढ़ाई पर सकारात्मक असर पढ़ेगा। उनमें आशा और विश्वास की भावना जगेगी। उनका ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित होगा।
स्टडी रूम में फोटो का चयन करते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि जिस तरह से आप वहां चित्र लगाएंगे, उसी के अनुसार बच्चे का मन भी पढ़ाई में लगेगा। आपने सुना होगा कि बच्चे अपने आस-पास की चीजों से बहुत जल्दी सीखते हैं, इसलिए आप उन्हें जिस तरह का माहौल देंगे, वे उतने ही अच्छे, बुरे या बहुत अच्छे परिणाम दे पाएंगे। स्टडी रूम में ऐसी तस्वीरें लगाएं, जिनसे कुछ प्रेरणा मिले, जिसे देखकर आपका मन करता हो, आगे बढ़ते हुए सीखो।
आप वहां उगते सूरज की तस्वीरें, दौड़ते हुए सात घोड़ों की तस्वीरें, आसमान में उड़ते पक्षी, चहकते हुए चित्र भी लगा सकते हैं। इसके अलावा आप उन लोगों की तस्वीरें या पोस्टर भी लगा सकते हैं जिन्होंने कड़ी मेहनत के बल पर अपने जीवन में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। लेकिन ध्यान रहे कि हिंसा या दुख दिखाने वाली कोई भी फोटो न लगाएं। साथ ही फिल्म के पोस्टर आदि न लगाएं।
हिंदू धर्म में मां सरस्वती को ज्ञान की देवी माना गया है। मां सरस्वती की मूर्ति या तस्वीर को स्टडी रूम में लगाना चाहिए। रोजाना मां सरस्वती के दर्शन से छात्रों को जीवन में सफलता मिलती है।
बच्चों की पढ़ाई के कमरे में कमल का फूल जरूर होना चाहिए। कमल के फूल पर देवी सरस्वती का वास होता है।
बच्चों के पढ़ने का कमरा यानी स्टडी रूम उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए।
स्टडी रूम में किताबों की अलमारी पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए।
वास्तु के अनुसार पढ़ाई के वक्त दक्षिण की ओर मुंह करने से बचना चाहिए। इससे अग्नि तत्व की प्रधानता होने से बच्चे अनुशासनहीन हो सकते हैं।
मोर पंख को बहुत शुभ माना जाता है। इसे घर में रखने से नकारात्मकता दूर होती है। मोर पंख को स्टडी रूम में रखने से बच्चों के बौद्धिक विकास में रफ्तार मिलती है।
स्टडी रूम में टीवी, वीडियो गेम व सीडी प्लेयर जैसी वस्तुएं नहीं रखनी चाहिए। इस चीजों से पढ़ाई से मन भटकता है।
वास्तु में हंस की तस्वीर बहुत शुभ मानी जाती है। हंस का देवी सरस्वती का वाहन है। स्टडी रूम में हंस की मूर्ति रखने से पढ़ाई में एकाग्रता आती है।