यात्रा करना जीवन शैली का अहम हिस्सा है। कभी सैर सपाटे के लिए तो कभी आवश्यक कार्यों के लिए यात्राएं करनी पड़ती है।
Vastu Tips : यात्रा करना जीवन शैली का अहम हिस्सा है। कभी सैर सपाटे के लिए तो कभी आवश्यक कार्यों के लिए यात्राएं करनी पड़ती है। यात्रा जीव का हिस्सा है। हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यात्रा करने के नियम बनाए गए है। यात्रा को लेकर प्राचीन काल से ही शुभ अशुभ का विचार किया जाता रहा है। जिस दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए, वहीं दिशाशूल कहलाता है।
मान्यता है दिशाशूल में यात्रा करने पर हानि होती है।
दिशाशूल दिशा
1.पूर्व दिशा
सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
2.पश्चिम दिशा
रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा नहीं करनी चाहिए।
3.उत्तर दिशा
मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
4.दक्षिण दिशा
गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। य
दिशाशूल दूर करने के लिए
यदि किसी दिशा में दिशाशूल हो और उस दिशा में जाना बहुत जरूरी हो तो उस दिशा से संबंधित दोष को निम्नलिखित चीजों को धारण करके दूर किया जा सकता है। रविवार का दिशाशूल दूर करने के लिए पान, सोमवार को चंदन, मंगलवार को मिट्टी, बुधवार को पुष्प, गुरुवार को दही, शुक्रवार को घी और शनिवार को तिल धारण करके निकलने पर दिशा संबंधी दोष दूर हो जाता है।