सनातन धर्म में तुलसी को जीवनदायी माना जाता है। तुलसी आयु ,आरोग्य को संरक्षित करती है। धार्मिक प्रयोजनों में प्रबल आस्था की प्रतीक तुलसी को पूजा जाता है।
Vastu Tips Tulsi : सनातन धर्म में तुलसी को जीवनदायी माना जाता है। तुलसी आयु ,आरोग्य को संरक्षित करती है। धार्मिक प्रयोजनों में प्रबल आस्था की प्रतीक तुलसी को पूजा जाता है। भारतीय घर आंगन में मां तुलसी का बिरवा लगाया जाता है। तुलसी कई प्रकार की होती है। हरे रंग की पत्तियों वाली तुलसी को रामा तुलसी कहा जाता है। इसे श्री तुलसी,भाग्यशाली तुलसी या फिर उज्जवल तुलसी कहा जाता है। इसे घर में लगाने से सुख समृद्धि का वास होता है। वहीं काले और बैंगनी से रंग की पत्तियों वाली तुलसी को श्यामा तुलसी कहा जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा पूर्व दिशा की ओर लगाना सबसे शुभ माना जाता है।
लेकिन अगर आपके घर में पूर्व दिशा की ओर जगह नहीं है तो उत्तर या फिर उत्तर.पूर्व दिशा ,ईशान कोण, का चुनाव कर सकते हैं।
1.तुलसी पौधे के पास जूठन, जूते-चप्पल, झाड़ू या कचरे नहीं होना चाहिए। इसके अलावा तुलसी के साथ दूसरे फूल-पत्तियों को नहीं लगाना चाहिए।
2.प्रतिदिन सुबह स्नान करके तुलसी को जल चढ़ाएं और शाम को दीपक लगाएं।
3.दूध मिश्रित जल तुलसी में चढ़ाने से तुलसी हरी भरी रहती है।
4.तुलसी में कई औषधीय गुण हैं और कई रोगों के इलाज के लिए आयुर्वेद में व्यापक रूप से इसका उपयोग किया जाता है।
5.तुलसी को कभी भी रविवार और एकादशी के दिन जल न चढ़ाएं। इस दिन तुलसी जी भगवान विष्णु के लिए व्रत रखती हैं।