लखनऊ: उत्तरर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विभूतिखंड में पशु चिकित्सक गौरव तिवारी (45) ने पिता माधव कृष्ण तिवारी (75) के साथ जहर खाकर खुदकुशी कर ली।दोनों के शव अपने-अपने बेडरूम में पड़े मिले। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे से तीन सुसाइड नोट बरामद किए हैं।जिन्हें गौरव ने लिखा है।यह नोट गौरव ने पत्नी, छोटे भाई और बहनोई को संबोधित करते हुए लिखे हैं।शुरुआती जांच में पारिवारिक कलह की वजह से खुदकुशी करने की बात सामने आई है।
एसीपी विभूतिखण्ड प्रवीण मलिक के मुताबिक विभवखण्ड-दो निवासी माधव कृष्ण तिवारी जिला पशु चिकित्सा अधिकारी पद से रिटायर हुए थे। उनका बड़ा बेटा गौरव रायबरेली में पशु चिकित्सक था। परिवार में माधव की पत्नी सुधा, छोटा बेटा निशित और गौरव की पत्नी सुष्मिता हैं। शुक्रवार को सुधा दामाद आशीष मिश्रा के घर गईं हुईं थीं, जबकि सुष्मिता मायके गई थी। घर में गौरव और माधव कृष्ण थे। रात 8.30 बजे करीब आशीष मिश्रा ससुराल पहुंचे। जहां उन्हें ससुर और साले बेसुध हालत में पड़े मिले। आशीष ने ही विभूतिखण्ड पुलिस को सूचना दी।जिसके बाद पिता-पुत्र को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डाक्टरों ने दोनों की मौत होने की पुष्टि कर दी।
एसीपी के मुताबिक गौरव के कमरे से तीन सुसाइड नोट मिला है।परिवार वालों ने सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग गौरव के होने की जानकारी दी है।इस नोट में गौरव ने रोज-रोज की कलह से तंग आकर खुदकुशी करने का जिक्र किया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि एक नोट गौरव ने पत्नी सुष्मिता के लिए लिखा है।जिसमें उनकी मौत के बाद नौकरी करने के लिए कहा है। दूसरा नोट छोटे भाई निशित के लिए है।जिसमें सुष्मिता को दिए जाने वाले सामान की सूची है। वहीं, तीसरा नोट बहनोई आशीष के लिए लिखते हुए छोटे भाई निशित और बहन का ध्यान रखने के लिए कहा है।
विभवखण्ड में पिता-पुत्र के जहर खाकर जान देनी की खबर मिलने पर पड़ोसी भी अवाक रह गए। हादसे के बाद पुलिस अधिकारी जांच के लिए घर पहुंचे थे। जहां परिवार के सदस्यों से बात की गई। इस बीच पड़ोसियों ने पिता-पुत्र के बीच सम्पत्ति को लेकर तनातनी होने का जिक्र किया।पुलिस अधिकारियों के मुताबिक संभवत: गौरव ने पिता को जहर देने के बाद जहरीला पदार्थ खाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से दोनों की मौत के अंतराल के बारे में जानकारी मिल सकेगी।