नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को चेन्नई में कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद आज उपराष्ट्रपति ने भी खुराक लेकर देश को बहुत स्पष्ट संदेश दे दिया है। बता दें कि पीएम मोदी ने सुबह नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) पहुंचकर पुडुचेरी की सिस्टर पी. निवेदा भारत बायोटेक की कोवैक्सीन लगवाई। पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ली।
तमिलनाडु: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने चेन्नई में कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज़ ली। #COVID19 pic.twitter.com/bZDqbj6jlQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 1, 2021
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, ‘कोरोना वायरस के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को मजबूती देने में जिस तेज़ी से हमारे डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने काम किया है वो उल्लेखनीय है। जो लोग वैक्सीन लेने योग्य हैं मैं उन सभी से वैक्सीन लगवाने की अपील करता हूं। साथ मिलकर भारत को कोरोना मुक्त बनाते हैं।’ वहीं, पीएम मोदी ने आज वैक्सीन लगवाकर विपक्ष को जवाब दिया है। दरअसल, पिछले कुछ समय से विपक्ष लगातार दवा पर संदेह कर रहा था।
बता दें कि आज कोरोना वैक्सीनेशन का दूसरा चरण देश में शुरू हो चुका है। ऐसे में इस फेज में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोग या फिर अलग अलग बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से ज्यादा उम्र के लोग कोरोना का टीका लगवा सकेंगे। इसके लिए सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों में भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मालूम हो, निजी अस्पतालों में केंद्र सरकार ने टीके की कीमत भी तय कर दी है।
ऐसे में दवा की एक खुराक के लिए लोगों को 250 रूपए देने होंगे। इसमें से 150 रुपये टीके और 100 सर्विस चार्ज के हैं। हालांकि, कोरोना का टीका सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में ही दिया जाएगा। वहीं, कोरोना वैक्सीनेशन के दूसरे फेज में लगभग 27 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा। टीकाकरण के लिए इस बार 12 हजार से ज्यादा सरकारी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को काम सौंपा गया है।