पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बहुचर्चित नारदा घोटाले में पूर्व मंत्रियों और तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष पदाधिकारियों फ़रहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा की गई है।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बहुचर्चित नारदा घोटाले में पूर्व मंत्रियों और तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष पदाधिकारियों फ़रहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा की गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राजभवन ने रविवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि “मीडिया रिपोर्टों पर ध्यान देने के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पश्चिम बंगाल विधानसभा के सदस्य होने वाले व्यक्तियों के संबंध में अभियोजन के लिए मंजूरी दी है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने फ़रहाद हकीम, सुब्रत मुखर्जी, मदन मित्रा और सोवन चटर्जी के संबंध में अभियोजन के लिए मंजूरी दी है। अपराध के प्रासंगिक समय में यह सभी पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्रियों के पद संभाल रहे थे।”
बता दें कि सीबीआई की जांच का सामना कर रहे मंत्रियों में से दो को राज्यपाल द्वारा आज शपथ दिलाई जाएगी। रविवार को जारी 43 मंत्रियों की सूची में सुब्रत मुखर्जी और फिरहाद हकीम का नाम भी शामिल है। राज्यपाल की ओर से दी गई इस मंजूरी के बाद से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भौहें चढ़ गई हैं।
गौरतलब है कि साल 2014 में दिल्ली का एक पत्रकार कोलकाता आया था। उसने अपने आपको एक बिजनेस मैन की तरह बताया और बंगाल में निवेश करने की योजना बनाते हुए सात तृणमूल सांसदों, चार मंत्रियों, एक विधायक और एक पुलिस अधिकारी को रिश्वत के रूप में नकद राशि देते हुए पूरे ऑपरेशन को टेप किया। राज्य में 2016 के विधानसभा चुनावों से ठीक पहले इस टेप को जारी किया गया था। इस टेप के मीडिया में आने के बाद विपक्ष ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोल दिया था।