लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी दलों के बने इंडिया गठबंधन में दरार पड़ती हुई दिख रही है। इंडिया गठबंधन में शामिल कई नेताओं के तेवर से ये साफ हो गया है। जेडीयू अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद सीएम नीतीश कुमार भी एक्शन मोड में नजर आए। उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीमएसी प्रमुख ममता बनर्जी भी वहां अकेले चुनाव लड़ने का दंभ भर रही हैं।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी दलों के बने इंडिया गठबंधन में दरार पड़ती हुई दिख रही है। इंडिया गठबंधन में शामिल कई नेताओं के तेवर से ये साफ हो गया है। जेडीयू अध्यक्ष की कमान संभालने के बाद सीएम नीतीश कुमार भी एक्शन मोड में नजर आए। उधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीमएसी प्रमुख ममता बनर्जी भी वहां अकेले चुनाव लड़ने का दंभ भर रही हैं। ये दोनों इंडिया गठबंधन के कद्दावर नेता हैं। ऐसे में इनके बयान से साफ है कि इंडिया गठबंधन में दरार पड़ गयी है। अगर ऐसा होता है तो लोकसभा चुनाव में भाजपा को बड़ा फायदा होता हुआ साफ दिख रहा है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए तीसरी बार केंद्र में आने की तैयारी करने में जुटी है। वहीं, एनडीए को सत्ता में वापसी से रोकने के लिए बनी इंडिया गठबंधन में दरार पड़ती हुई साफ दिख रही है।
गठबंधन में प्रधानमंत्री चेहरे को लेकर रार
एनडीए से लड़ने के लिए बने इंडिया गठबंधन के नेता अक्सर एक दूसरे पर हमलावर रहते हैं, जिसको लेकर सवाल खड़े होते हैं। प्रधानमंत्री चेहरे को लेकर भी रार साफ देखने को मिलता है। दरअसल, इंडिया गठबंधन में शामिल कई नेता चाहते हैं कि उनको पीएम मोदी के खिलाफ प्रधानमंत्री का चेहरा बनाए जाए, जिसको लेकर विवाद भी सामने आता रहता है।
ममता बनर्जी और केजरीवाल ने चला बड़ा दांव
बता दें कि, बीते दिनों इंडिया गठबंधन की बैठक के दौरान ममता बनर्जी और सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ा दांव चला था। दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री चेहरा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव रख दिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री का चेहरा तय कर लिया जाएगा।