दिल्ली में आज जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस्तीफा दे दिया और नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव रखा। इसके बाद सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश कुमार एक्शन मोड में नजर आए।
नई दिल्ली। दिल्ली में आज जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस्तीफा दे दिया और नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव रखा। इसके बाद सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश कुमार एक्शन मोड में नजर आए। मीडिया से बातचीत के दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि, वे देश भर में जाति जनगणना को लेकर जनजागरण करेंगे। इसकी शुरूआत जनवरी से झारखंड से करेंगे। नीतीश ने कहा कि हमारा एजेंडा बढ़ाना कांग्रेस की मजबूरी है।
अध्यक्ष बनते आखिर कांग्रेस पर निशाना क्यों साधा?
नीतीश कुमार के इस बयान के बाद कई तरह की अटकलों का भी दौर शुरू हो गया। दरअसल, राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान संभालते ही उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस पर निशाना साधा। दरअसल, बीते काफी दिनों से ये भी कहा जा रहा है कि इंडिया गठबंधन से नीतीश कुमार नाराज चल रहे हैं। पहले नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन में पीएम उम्मीदवार बनाने की चर्चाएं थीं। लेकिन बीते दिनों हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव रखा गया। कहा जा रहा है कि जिसके बाद से नीतीश कुमार नाराज थे।
बीजेपी के साथ जाने की अटकलें
जेडीयू में हुए इस उल्टफेर के बीच एक और बड़ी चर्चा चल रही है। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी के साथ जा सकते हैं। दरअसल, इंडिया गठबंधन से उनके नाखुश होने की भी खबरे सामने आ चुकी हैं।
केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना
जेडीयू में हुई इस उल्टफेर पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा, नीतीश कुमार पहले भी 2-3 अध्यक्षों को हटा चुके हैं। अब ललन सिंह भी हटा दिया। नीतीश कुमार के लिए भाजपा कार्यालाय से लेकर कार्यकर्ताओं तक के दरवाज़े बंद हैं। अब वे मुख्यमंत्री पद के कुछ ही दिनों के मेहमान हैं।