क्रिकेट के दिग्गजों समेत भारत के कई पूर्व खिलाड़ियों ने जिस खिलाड़ी को फाइनल में बतौर ओपनर मौका देने की पैरवी की थी। वो भारतीय टीम के 15 सदस्यों वाली टीम में भी जगह नहीं बना पाया है। हम बात कर रहे हैं ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल की।
नई दिल्ली। क्रिकेट के दिग्गजों समेत भारत के कई पूर्व खिलाड़ियों ने जिस खिलाड़ी को फाइनल में बतौर ओपनर मौका देने की पैरवी की थी। वो भारतीय टीम के 15 सदस्यों वाली टीम में भी जगह नहीं बना पाया है। हम बात कर रहे हैं ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल की। मंगलवार 15 जून को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने आइसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भारत की फाइनल 15 का ऐलान कर दिया।
टीम मैनेजमेंट ने जो नाम बीसीसीआइ को दिए उनमें एक ऐसे खिलाड़ी नाम शामिल नहीं है, जिसने शानदार प्रदर्शन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में किया है। यहां तक कि दो दोहरे शतक भी इस बल्लेबाज ने जड़े हैं, लेकिन निरंतरता को ध्यान में रखते हुए उनको मौका नहीं दिया गया है। दरअसल, हम बात कर रहे हैं मयंक अग्रवाल की, जिनको विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले के लिए रोहित शर्मा के दूसरे जोड़ीदार सलामी बल्लेबाज के रूप में देखा जा रहा था, क्योंकि उन्होंने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में 850 से ज्यादा रन बनाए हैं।
इतना ही नहीं, भारत की तरफ से मयंक अग्रवाल एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने इस टूर्नामेंट में 2 दोहरे शतक जड़े हैं। बावजूद इसके मयंक को प्लेइंग इलेवन तो छोड़िए फाइनल 15 में भी नहीं रखा गया है।