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Afghanistan: पंजशीर में तालिबान की कार्रवाई से नाराज अमेरिका, Taliban को चुकानी पड़ेगी भारी कीमत

अफगानिस्तान में पूर्ण नियंत्रण करने के बाद तालिबान के पांव पुजशीर की जमीन तक पहुंच चुके है। पंजशीर प्रांत में तालिबान की कार्रवाई से नाराज अमेरिका तालिबान पर सख्ती कर सकता है।

By अनूप कुमार 
Updated Date

नई दिल्ली: अफगानिस्तान (Afghanistan ) में पूर्ण नियंत्रण करने के बाद तालिबान (Taliban) के पांव पंजशीर (Panjshir) की जमीन तक पहुंच चुके है। पंजशीर प्रांत में तालिबान की कार्रवाई से नाराज अमेरिका तालिबान पर सख्ती कर सकता है।

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खबरों के अनुसार, पंजशीर प्रांत में तालिबान के खूनी खेल से अमरीका ( America) के दो सांसद नाराज चल रहे हैं। अब इन दोनों सांसदों ने तालिबान को विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ) घोषित करने की मांग की है। इसे लेकर रिपब्लिकन सांसदों ने सदन में दो प्रस्ताव भी पेश किए हैं। प्रस्ताव को दक्षिण कैरोलिना के सांसद लिंडसे ग्राहम और फ्लोरिडा के प्रतिनिधि माइक वाल्ट्ज द्वारा पेश किया।

खबरों के अनुसार, सांसद ग्राहम बयान में कहा, तालिबान को विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में नामित करने से देशों के लिए उन्हें सहायता और मान्यता देने में कठिनाई होगी। उन्होंने कहा कि सख्त संकेत भेजने होंगे कि अमरीका आतंकवादी समूहों और उनके साथ सुहानभूति रखने वालों के साथ व्यापार नहीं करता है। एक चैनल ने बताया, तालिबान हर मायने में कट्टरपंथी जिहादी हैं और आतंक को अपनी रणनीति के रूप में इस्तेमाल करता है।

विदेश विभाग के प्रवक्ता ने मंगलवार को पेश किए गए प्रस्तावों पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बाइडेन प्रशासन ने कहा है कि वे इस बात पर नजर रखे हुए है कि तालिबान अफगानिस्तान पर कैसे शासन करता है। उन्होंने चेतावनी दी है कि वे अफगानिस्तान को आतंकवादी गतिविधियों का अड्डा न बनने दें। वाल्ट्ज ने एक बयान में कहा, हमें अफगानिस्तान में जिस खतरे का सामना करना पड़ रहा है, उसके बारे में हमें स्पष्ट रूप से नजर रखनी चाहिए और इसकी जमीनी हकीकत यह है कि तालिबान आतंकवादी हैं। सांसदों ने अमरीकी प्रशासन द्वारा अफगानिस्तान को किसी भी तरह की फंडिंग से इंकार किए जाने का भी आह्वान किया है।

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