अफगानिस्तान ( Afghanistan) में अफरा तफरी के इस माहौल में वहां हर पल कुछ नया घटित हो रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां खौफ का माहौल है। अफगानिस्तान ( Afghanistan) से देश छोड़ कर बाहर जाने के लिए काबुल हवाई अडडे (Kabul Airport) पर कई हजार की भीड़ जमा है। काबुल हवाई अडडे की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
Afghanistan Crisis: अफगानिस्तान ( Afghanistan) में अफरा तफरी के इस माहौल में वहां हर पल कुछ नया घटित हो रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद वहां खौफ का माहौल है। अफगानिस्तान ( Afghanistan) से देश छोड़ कर बाहर जाने के लिए काबुल हवाई अडडे (Kabul Airport) पर कई हजारों की भीड़ जमा है। काबुल हवाई अडडे की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
तालिबान ने सभी देशों से जल्द से जल्द काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) खाली करने को कहा है। खबरों के अनुसार, तालिबान के इस नये फरमान पर अब विश्व के सात सबसे विकसित देशों के संगठन G-7 (Organization of Developed Countries G-7) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे 31 अगस्त की समय-सीमा तक काबुल एयरपोर्ट खाली नहीं करेंगे। इन देशों ने तालिबान के सामने शर्त (Condition) रखी है कि तय समय सीमा के बाद भी अफगानिस्तान से बाहर जाने के इच्छुक अफगान नागरिकों (Afghan citizens )को सुरक्षित रास्ता देना होगा।
खबरों के अनुसार, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (British Prime Minister Boris Johnson)ने कहा कि सभी देशों ने इसे तालिबान से किसी भी संपर्क की पहली शर्त माना है। वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति (us President) ने साफ किया है कि बिना तालिबान के सहयोग के समय सीमा पर अफगानिस्तान को खाली नहीं कराया जा सकता है। बताया जा रहा है कि जी-7 देशों के वर्चुअल बैठक में तालिबान से निपटने की योजना तैयार की गई है।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा, बैठक के दौरान हमने न केवल अफगानिस्तान में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए योजना तैयार की है बल्कि तालिबान से जुड़ने के तरीके को लेकर भी बात की है। उन्होंने कहा कि हमने तालिबान के सामने शर्त रखी है कि अगर उसे बातचीत को आगे बढ़ाना है तो 31 अगस्त के बाद भी अफगानिस्तान में फंसे लोगों को बाहर जाने की इजाजत देनी होगी। जॉनसन ने कहा, सभी देशों ने तय किया हे कि अफगानिस्तन को दोबारा से आतंकवाद पैदा करने वाला देश नहीं बना सकते हैं।