समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि भाजपा विधायक (BJP MLA) द्वारा यूपी की एक भूतपूर्व महिला मुख्यमंत्री के प्रति कहे गये अभद्र शब्द दर्शाते हैं कि भाजपाइयों के मन में महिलाओं और खासतौर से वंचित-शोषित समाज से आने वालों के प्रति कितनी कटुता भरी है।
लखनऊ। यूपी की पूर्व सीएम और बीएसपी चीफ मायावती (BSP chief Mayawati) पर बीजेपी विधायक राजेश चौधरी (BJP MLA Rajesh Chaudhary) ने एक निजी चैनल के लाइव शो के दौरान विवादित टिप्पणी की है। इसके बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि भाजपा विधायक (BJP MLA) द्वारा यूपी की एक भूतपूर्व महिला मुख्यमंत्री के प्रति कहे गये अभद्र शब्द दर्शाते हैं कि भाजपाइयों के मन में महिलाओं और खासतौर से वंचित-शोषित समाज से आने वालों के प्रति कितनी कटुता भरी है।
सपा मुखिया ने मथुरा जिले के एक भाजपा विधायक (BJP MLA) को उनके गलत आरोपों का जवाब देकर बीएसपी प्रमुख मायावती (BSP chief Mayawati) के ईमानदार होने के बारे में सच्चाई को माना है, उसके लिए पार्टी आभारी है। पार्टी को भाजपा के इस विधायक के बारे में ऐसा लगता है कि उसकी अब भाजपा में कोई पूछ नहीं रही है। इसलिए वह बसपा प्रमुख (BSP Chief) के बारे में अनाप-शनाप बयानबाजी करके सुर्खियों में आना चाहता है, जो अति-दुर्भाग्यपूर्ण।
2. पार्टी को भाजपा के इस विधायक के बारे में ऐसा लगता है कि उसकी अब भाजपा में कोई पूछ नहीं रही है। इसलिए वह बसपा प्रमुख के बारे में अनाप-शनाप बयानबाजी करके सुर्खियों में आना चाहता है, जो अति-दुर्भाग्यपूर्ण। 2/4
— Mayawati (@Mayawati) August 24, 2024
भाजपा अपने विधायक के विरुद्ध कोई भी सख़्त कार्रवाई नहीं करती है, तो बीएसपी उपचुनावों में ज़मानत जब्त करा कर जरूर देंग़ी
4. यदि भाजपा अपने विधायक के विरुद्ध कोई भी सख़्त कार्रवाई नहीं करती है तो फिर इसका जवाब पार्टी के लोग अगले विधानसभा चुनाव में उसकी ज़मानत जब्त करा कर तथा वर्तमान में होने वाले 10 उपचुनावों में भी इस पार्टी को जरूर देंगे। 4/4
— Mayawati (@Mayawati) August 24, 2024
जबकि भाजपा को चाहिए कि वह उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई करे और यदि वह दिमाग़ी तौर पर बीमार है तो उसका इलाज भी जरूर कराए, वरना इसके पीछे बीजेपी का कोई षडयन्त्र ही नजर आता है, यह कहना भी गलत नहीं होगा। यदि भाजपा अपने विधायक के विरुद्ध कोई भी सख़्त कार्रवाई नहीं करती है तो फिर इसका जवाब पार्टी के लोग अगले विधानसभा चुनाव में उसकी ज़मानत जब्त करा कर तथा वर्तमान में होने वाले 10 उपचुनावों में भी इस पार्टी को जरूर देंगे।