यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बेटी के नाम पर बने फर्जी पेज और विवादित पोस्ट पर भड़क गए हैं। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने नाराजगी जताते हुए कि सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट की है। उनकी बेटी के नाम पर फर्जी फेसबुक पेज बनाया गया है।
लखन्रऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बेटी के नाम पर बने फर्जी पेज और विवादित पोस्ट पर भड़क गए हैं। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने नाराजगी जताते हुए कि सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट की है। उनकी बेटी के नाम पर फर्जी फेसबुक पेज बनाया गया है। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा है कि इससे हमारा कुछ भी लेना देना नहीं है। यह एक साजिश है। अखिलेश ने भी यूपी सरकार की साइबर सिक्योरिटी सेल पुलिस (Cyber Security Cell Police) 24 घंटे क्या, 24 मिनट में भी ऐसे लोगों को पकड़ सकती है पर उसको बस ऊपर के आदेश का इंतजार है।
24 घंटे पूरे हुए।
इसे हमारी FIR से कम न समझा जाए।
इसी बीच हमारी नज़र में ऐसी कई पोस्ट आईं हैं जो बेहद आपत्तिजनक हैं। यहाँ तक कि हमारे परिवार और पार्टी के नेताओं और हमसे जुड़े हुए लोगों के मिलते-जुलते नाम और तस्वीरों का दुरुपयोग करके कुछ असामाजिक तत्व बेहद निंदनीय सोशल मीडिया… pic.twitter.com/WPyoZ5kNJq
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 13, 2025
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पोस्ट में अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लिखा कि 4 घंटे पूरे हुए। इसे हमारी FIR से कम न समझा जाए। इसी बीच हमारी नज़र में ऐसी कई पोस्ट आईं हैं जो बेहद आपत्तिजनक हैं। यहाँ तक कि हमारे परिवार और पार्टी के नेताओं और हमसे जुड़े हुए लोगों के मिलते-जुलते नाम और तस्वीरों का दुरुपयोग करके कुछ असामाजिक तत्व बेहद निंदनीय सोशल मीडिया पोस्ट और सामग्री प्रकाशित कर रहे हैं। ऐसी तस्वीरों, विचारों से हमारा कोई भी लेना-देना नहीं है। ये सब एक साज़िश के तहत किया जा रहा है, जिसके पीछे या तो कुछ शातिर लोगों का राजनीतिक या आर्थिक मंसूबा है या फिर उन लोगों की अनभिज्ञता है जो नहीं जानते हैं कि उनका इस्तेमाल कोई अपना मतलब निकालने के लिए कर रहा है।
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सरकार पर भी निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि अगर भाजपा सरकार की साइबर सिक्योरिटी सेल (Cyber Security Cell Police) चाहे तो ऐसे लोगों को 24 घंटे क्या, 24 मिनट में भी पकड़ सकती है, उसे तो बस ऊपर के आदेश का इंतज़ार है। साक्ष्य संलग्न है।