आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को अयोध्या में सर्किल रेट से कम दाम में जमीन मिल जा रही है, लेकिन उसी जगह ट्रस्ट को चार से 12 गुना ज्यादा कीमत पर जमीन मिल रही है। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल में मंदिर निर्माण आगे न बढ़ पाने के पीछे अगर कोई कारण है। तो वह भाजपा नेताओं और ट्रस्ट के सदस्यों की चंदा चोरी है।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के नेताओं को अयोध्या में सर्किल रेट से कम दाम में जमीन मिल जा रही है, लेकिन उसी जगह ट्रस्ट को चार से 12 गुना ज्यादा कीमत पर जमीन मिल रही है। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल में मंदिर निर्माण आगे न बढ़ पाने के पीछे अगर कोई कारण है। तो वह भाजपा नेताओं और ट्रस्ट के सदस्यों की चंदा चोरी है। श्री सिंह ने कहा कि खुद को रामभक्त बताने वाले भाजपा नेता कैसे रामभक्त हैं, सबने देख लिया। सांसद ने कहा कि प्रभु श्रीराम के मंदिर के नाम पर भ्रष्टाचार करने वाले भाजपा नेताओं और ट्रस्ट के सदस्यों को दुनिया के करोड़ों हिंदुओं से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए।
संजय सिंह ने कहा कि देश और दुनिया के करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं के साथ किस तरह से खिलवाड़ किया गया है, इसका पूरा प्रमाण सामने आ चुका है। भाजपा को अब जाकर अपना चेहरा काला कर लेना चाहिए। प्रभु श्रीराम के मंदिर के नाम पर घोटाला, उनकी जमीन की खरीद के नाम पर घोटाला। आज अगर मंदिर निर्माण में विलंब का कोई कारण है तो वह है भाजपा के नेताओं की चंदा चोरी, ट्रस्ट के लोगों की चंदा चोरी। आठ दिन बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। आज करोड़ों रामभक्त भाजपा से जवाब मांग रहे हैं। भाजपा ने संतों, महंतों, शंकराचार्य सहित और करोड़ों रामभक्तों की भावनाओं से खिलवाड़ किया है।
श्री सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में लिखा है कि अयोध्या में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हो रहे प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए गठित श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा ज़मीन खरीद में भारी भ्रष्टाचार और घोटाले का मामला सामने आया है। इस जमीन खरीद में भारतीय जनता पार्टी अयोध्या के मेयर, उनके रिश्तेदारों व ट्रस्ट के पदाधिकारियों के शामिल होने के तमाम दस्तावेज़ मिले हैं। यह भी जानकारी प्राप्त हुई है की जो जमीन नजूल की अर्थात सरकार की है वह जमीन भी ट्रस्ट द्वारा बीजेपी नेताओं की मिली भगत से करोड़ों में खरीदी गई। देश के करोड़ों लोगों की आस्था प्रभु श्री राम में है और जल्द से जल्द श्री राम मंदिर का निर्माण हो इसके लिए करोड़ों राम भक्तों ने हज़ारों करोड़ का चन्दा दिया है लेकिन बीजेपी नेताओं व ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने जिस प्रकार चंदा चोरी की है उससे करोड़ों लोगों की आस्था को गहरी चोट पहुंची है।
श्री सिंह ने कहा कि जब यह स्पष्ट हो चुका है की श्री राम जन्म भूमि के आस पास की जमीन नजूल जमीन (सरकारी जमीन) है तो किस आधार पर बीजेपी नेताओं ने सरकारी जमीनों को करोड़ों रूपये में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को बेची। जबकि स्वयं जिलाधिकारी अयोध्या, ट्रस्ट के सदस्य हैं। सरकारी जमीने उनके संज्ञान में हैं तो समय रहते करोड़ों की हेराफेरी करने वालों पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई, इससे जिलाधिकारी व प्रशासन की भूमिका भी गहरे संदेह के घेरे में है। करोड़ों रूपये का घोटाला करने वाले बीजेपी नेताओं और ट्रस्ट के पदाधिकारियों को जेल भेजा जाए व नजूल (सरकारी) जमीनों को श्री राम मंदिर निर्माण हेतु निःशुल्क दिया जाए।
सांसद ने कहा कि ट्रस्ट का गठन हुए लगभग डेढ़ वर्ष हो गए, प्रभु श्री राम का मंदिर निर्माण बीजेपी नेताओं की चंदा चोरी के कारण रुका हआ है। बीजेपी के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय, भाजे दीप नारायण उपाध्याय, समधी का साला रवि मोहन तिवारी, ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय, सदस्य अनिल कुमार मिश्रा आदि ने करोड़ों रूपये का भ्रष्टाचार किया है।
श्री सिंह ने सिलसिले वार लिखा है कि 18 मार्च 2021 को सायं 7:10 पर रवि मोहन तिवारी और सुलतान अंसारी ने कुसुम पाठक,हरीश पाठक से 12080 वर्ग मीटर जमीन 2 करोड़ में खरीदी व सायं 7:15 PM पर चम्पत राय को साढ़े 18 करोड़ में बेच दी, जबकि ठीक बगल की ज़मीन 10,370 वर्ग मीटर सायं 6:51 पर हरीश पाठक, कुसुम पाठक से ही ट्रस्ट ने 8 करोड़ में खरीदी, तीनों ज़मीनों में गवाह के रूप में ट्रस्ट के सदस्य अनिल कुमार मिश्रा व बीजेपी के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय शामिल हैं उपरोक्त लोगों ने सस्ती जमीन को करोड़ों रूपये महँगी खरीद कर ट्रस्ट को भारी आर्थिक क्षति पहुंचाई।
बीजेपी मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भांजे दीप नारायण ने 20 फ़रवरी 2021 को आचार्य देवेंद्र प्रसाद जी से 20 लाख रूपये में एक जमीन खरीदी और 11 मई को लगभग 13 गुना दाम पर 2.5 करोड़ रूपये में ट्रस्ट को बेच दी, इसमें भी गवाह, ट्रस्ट के सदस्य अनिल कुमार मिश्रा हैं ) बीजेपी मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भांजे दीप नारायण उपाध्याय ने दिनांक 20 फरवरी 2021 को 26 लाख कीमत की जमीन चार गुना दाम में 1 करोड़ में ट्रस्ट को बेची, इसमें भी गवाह ट्रस्ट के सदस्य अनिल कुमार मिश्रा ही हैं।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दिनांक 11 मई 2021 को 1करोड़ 60 लाख 71 हज़ार की ज़मीन यशोदा नंदन त्रिपाठी से 4 करोड़ में खरीदी, इसमे भी गवाह अनिल कुमार मिश्रा हैं। 23 मई 2021 को राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने 92 लाख 50 हज़ार कीमत की जमीन ब्रिज मोहन दास जी से 5 करोड़ 60 लाख में खरीदी, इसमे भी गवाह अनिल कुमार मिश्रा हैं।
श्री सिंह लिखा है कि अतः श्रीमान जी से अनुरोध है की उपरोक्त सभी जमीनों की खरीद में शामिल बीजेपी नेताओं व ट्रस्ट के पदाधिकारियों व अन्य शामिल लोगों के बैंक खाते की जांच कराकर, उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर, उनके द्वारा किये गए करोड़ों के भ्रष्टाचार की उनसे वसूली की जाए। इसके साथ ही अविलम्ब नजूल की सभी सरकारी जमीने जो प्रभु श्री राम मंदिर के भव्य निर्माण में आवश्यक हैं उन्हें निःशुल्क उपलब्ध कराई जाए, जिससे प्रभु श्री राम का मंदिर बगैर किसी बाधा के शीघ्र बन सके।