इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इसकी क्षमताओं और खासियत के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले दिनों पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद में भी AI शब्द का इस्तेमाल किया था।
लखनऊ। इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इसकी क्षमताओं और खासियत के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले दिनों पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद में भी AI शब्द का इस्तेमाल किया था। हालांकि पीएम का मतलब AI के लिए अमेरिका (America) और भारत (India) से था। जहां तक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बात है तो यह कंप्यूटर सिस्टम (computer system) के विकास में एक क्रांतिकारी कदम है।
दरअसल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artifical Intelligence) ऐसे काम कर सकता है जिनके लिए आमतौर पर मानव दिमाग की जरूरत होती है। यह मशीनों में सीखने, तर्क, समस्या-समाधान, कॉन्सेप्ट और फैसला लेने जैसी मानव खुफिया प्रक्रियाओं को विकसित करता है। यह भी कह सकते हैं कि एआई मशीनों को सोचने-समझने की बौद्धिक क्षमता (Intellectual Ability) प्रदान करता है।
फिलहाल क्षमता के अनुसार को एआई के दो प्रकार है। पहला जिसे नैरो एआई (Narrow AI) के नाम से जाना जाता है, इसे कमजोर एआई भी कहते हैं क्योंकि इसे एक सीमित डोमेन के भीतर खास काम करने के लिए बनाया गया है। जिसमें वॉयस असिस्टेंट, इमेज रिकॉग्निशन सिस्टम (recognition system) और रेक्मनडेशन एल्गोरिदम (recommendation algorithm) शामिल हैं।
इसका दूसरा प्रकार जनरल एआई है, जिसे ताकतवर एआई (Strong AI) के रूप में भी जाना जाता है, ये एक एआई (Artificial Intelligence) सिस्टम को संदर्भित करता है जिसमें किसी भी बौद्धिक कार्य को समझने, सीखने और बुद्धि को लागू करने की क्षमता है, जो एक सामान्य मनुष्य कर सकता है।
एआई की क्षमता
एआई मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण, कंप्यूटर विज़न और रोबोटिक्स जैसे विभिन्न तकनीकों और दृष्टिकोणों का उपयोग करता है। जोकि एआई सिस्टम को बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण और व्याख्या करने, पैटर्न पहचानने, भविष्यवाणियां करने और अनुभव से सीखकर प्रदर्शन में लगातार सुधार करने में सक्षम बनाती हैं।
एआई (AI) एप्लीकेशन स्वास्थ्य सेवा, वित्त, परिवहन, विनिर्माण, ग्राहक सेवा और मनोरंजन सहित विभिन्न उद्योगों और क्षेत्रों को प्रभावित करते हैं। कुछ सामान्य एप्लीकेशन में वर्चुअल असिस्टेंट (Virtual Assistant), ऑटोनोमस व्हीकल (Autonomous vehicle), धोखाधड़ी का पता लगाने वाला सिस्टम, मेडिकल ट्रीटमेंट (Medical Treatment), भाषा अनुवाद और व्यक्तिगत सिफारिशें शामिल हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले समय में एआई (Artificial Intelligence) को लेकर अपार संभावनाएं और लाभ मिल सकते हैं क्योंकि यह नैतिक और सामाजिक विचारों को भी बढ़ाने के साथ-साथ जिम्मेदार विकास और उपयोग को सुनिश्चित करना, गोपनीयता और सुरक्षा चिंताओं को संबोधित करता है और नौकरी बाजार व कार्यबल पर प्रभाव एआई (AI) की संभावनाओं में शामिल हैं।