जम्मू में वायु सेना (आईएएफ) स्टेशन पर हुए हमले के बाद भारत ने ये मुद्दा संयुक्त राष्ट्र महासभा में उठाया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इस तरह के हमले भविष्य के लिए बड़े खतरे हो सकते हैं।
नई दिल्ली। जम्मू में वायु सेना (आईएएफ) स्टेशन पर हुए हमले के बाद भारत ने ये मुद्दा संयुक्त राष्ट्र महासभा में उठाया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि आतंकवादी गतिविधियों के लिए हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। इस तरह के हमले भविष्य के लिए बड़े खतरे हो सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से कहा गया कि रणनीतिक और वाणिज्यिक संपत्तियों के खिलाफ हथियारबंद ड्रोन के इस्तेमाल पर ध्यान देने की जरूरत है। सीमा पार से हथियारों की तस्करी के लिए ड्रोन का उपयोग करने वाले आतंकवादियों को देखा है।
आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ड्रोन का हथियार के तौर पर इस्तेमाल को अभी गंभीरता से नहीं लिया गया, तो भविष्य पर इस लगाम लगाना मुश्किल हो जाएगा। वहीं, जम्मू में एयरबेस पर हुए हमले के बाद आज रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।
इस मुलाकात का अभी एजेंडा तय नहीं हुआ है लेकिन बताया जा रहा है कि एयरबेस ड्रोन पर हमले और सीमावती इलाकों में देखे जा रहे ड्रोन को लेकर यह बैठक हो सकती है। इस बैठक में राजनाथ सिंह सेना की तैयारियों के बारे में बता सकते हैं।