कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रस्तावित ‘भारत जोड़ो’ यात्रा को लेकर सोमवार को सिविल सोसायटी के कई प्रमुख लोगों के साथ बैठक की है। राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में ‘स्वराज इंडिया’ के योगेंद्र यादव, योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद, ‘एकता परिषद’ के पीवी राजगोपाल, सफाई कर्मचारी आंदोलन के बेजवाड़ा विल्सन और कई अन्य सामाजिक एवं गैर सरकारी संगठनों के करीब 150 प्रतिनिधि शामिल हुए।
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रस्तावित ‘भारत जोड़ो’ यात्रा को लेकर सोमवार को सिविल सोसायटी के कई प्रमुख लोगों के साथ बैठक की है। राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में ‘स्वराज इंडिया’ के योगेंद्र यादव, योजना आयोग की पूर्व सदस्य सैयदा हमीद, ‘एकता परिषद’ के पीवी राजगोपाल, सफाई कर्मचारी आंदोलन के बेजवाड़ा विल्सन और कई अन्य सामाजिक एवं गैर सरकारी संगठनों के करीब 150 प्रतिनिधि शामिल हुए।
आज श्री @RahulGandhi जी ने सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों के साथ आर्थिक-सामाजिक मुद्दों व आगामी 'भारत जोड़ो' यात्रा के साथ सामाजिक संगठनों को जोड़ने के लिए विस्तृत चर्चा की। pic.twitter.com/VIQ97a0613
— Congress (@INCIndia) August 22, 2022
इस बैठक में राहुल ने कहा कि यह यात्रा उनके लिए ‘तपस्या’ की तरह है तथा भारत को एकजुट करने की लंबी लड़ाई के लिए वह तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में मेरे साथ कोई चले न चले, मैं अकेला चलूंगा। राहुल गांधी ने कहा कि ‘‘भारत की राजनीति का धु्रवीकरण हो गया है। हम अपनी यात्रा में लोगों को बताएंगे कि कैसे एक तरफ आरएसएस की विचारधारा है और दूसरी तरफ हम लोगों की सबको साथ लेकर चलने की विचारधारा है…हम इस विश्वास को लेकर यात्रा शुरु कर रहे हैं कि भारत के लोग तोड़ने की नहीं, बल्कि जोड़ने की राजनीति चाहते हैं।
वहीं इस बैठक के बाद योगेंद्र यादव ने संवाददाताओं से कहा कि दिन भर की बातचीत के बाद यह राय बनी कि हम सर्वसम्मति से इस यात्रा का स्वागत करते हैं और अपने-अपने तरीके से इस यात्रा से जुड़ेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में हम अपील जारी करेंगे कि दूसरे जन संगठन भी इस यात्रा से जुड़ें।’
तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होगी भारत जोड़ो यात्रा
कांग्रेस की यह यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से आरंभ होगी, जो 3500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कश्मीर में समाप्त होगी। कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और समान विचारधारा के लोग शामिल हो सकते हैं।
सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों के साथ यह बैठक इस बारे में चर्चा के लिए हुई कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा में उनकी क्या भूमिका हो सकती है। कांग्रेस की यह यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से आरंभ होगी, जो 3500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कश्मीर में समाप्त होगी। कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा में सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और समान विचारधारा के लोग शामिल हो सकते हैं।बैठक के बाद इन प्रतिनिधियों ने घोषणा की कि वे देश को जोड़ने के इस अभियान से जुड़ेंगे और आने वाले दिनों में इसके समर्थन में अपील भी जारी करेंगे।