गुजरात में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। इससे पहले ही यहां दलबदल की राजनीति शुरू हो गई है। मंगलवार को गुजरात में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बता दें कि खेड़ब्रह्मा से कांग्रेस विधायक अश्विन कोतवाल ने गुजरात विधानसभा से दिया इस्तीफा दे दिया है। खबर है कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि वह गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद न मिलने की वजह से नाराज चल रहे थे।
नई दिल्ली। गुजरात में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। इससे पहले ही यहां दलबदल की राजनीति शुरू हो गई है। मंगलवार को गुजरात में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। बता दें कि खेड़ब्रह्मा से कांग्रेस विधायक अश्विन कोतवाल (Congress MLA Ashwin Kotwal) ने गुजरात विधानसभा से दिया इस्तीफा दे दिया है। खबर है कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि वह गुजरात विधानसभा (Gujarat assembly) में नेता प्रतिपक्ष का पद न मिलने की वजह से नाराज चल रहे थे।
कांग्रेस को एक और झटका देते हुए, गुजरात के विधायक अश्विन कोतवाल (Ashwin Kotwal) ने मंगलवार को भाजपा में शामिल होने से पहले राज्य विधानसभा और पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। तीन बार के विधायक, कोतवाल खेड़ब्रह्मा निर्वाचन क्षेत्र (Khedbrahma constituency) में एक आदिवासी आरक्षित सीट से चुने गए थे। वह गुजरात विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के व्हिप रह चुके हैं।
पिछले कुछ समय से कोतवाल कांग्रेस से असंतुष्ट थे क्योंकि उन्हें विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद नहीं दिया गया था। उन्होंने कहा कि मैं 2007 से गुजरात में कांग्रेस के विधायक के रूप में काम कर रहा हूं। मैंने नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की कार्यशैली को तब से देखा है जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मैं तब से उससे प्रभावित हूं, लेकिन विचारधारा के कारण कांग्रेस में रहे।
उन्होंने आगे कहा कि अब ऐसा लगता है कि अगर मैं अपने क्षेत्र में आदिवासियों का विकास करना चाहता हूं। उनके लिए काम करना चाहता हूं, तो केवल भाजपा ही विकास और विकास ला सकती है। इसलिए मैं बीजेपी से जुड़ रहा हूं।