बिहार की 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में हार के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पार्टी के दिग्गज नेता एक-एक कर पार्टी छोड़ते जा रहे हैं। उनकी पार्टी जनसुराज को एक दिन में दो बड़े झटके लगे हैं। पूर्व सांसद मोनाजिर हसन और देवेंद्र यादव ने पार्टी की कोर कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, इन्होंने अपने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है।
पटना। बिहार की 4 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में हार के बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पार्टी के दिग्गज नेता एक-एक कर पार्टी छोड़ते जा रहे हैं। उनकी पार्टी जनसुराज को एक दिन में दो बड़े झटके लगे हैं। पूर्व सांसद मोनाजिर हसन और देवेंद्र यादव ने पार्टी की कोर कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, इन्होंने अपने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है।
डॉ. मोनाजिर हसन ने जनसुराज के अध्यक्ष ने नाम पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि, सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि जनसुराज ने राज्यस्तर पर 125 अथवा 151 लोगों के कोर कमेटी का गठन किया है। इस सम्मान के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। लेकिन, अपरिहार्य कारणों से मैं इस कोर कमेटी में नहीं रहूंगा और हमारा कोर कमेटी से इस्तीफा स्वीकार किया जाए। जहां तक जनसुराज पार्टी में रहने का सवाल है तो मैं जनसुराज के सदस्य में रूप में मजबूती से बना रहूंगा।
बता दें कि, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार में काफी दिनों से अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। दो अक्टूबर को प्रशांत किशोर ने जनसुराज पार्टी को बनाए जाने का एलान किया था। उस वक्त पार्टी में प्रो. केसी सिन्हा, देवेंद्र यादव, मोनाजिर हसन समेत कई दिग्गज पार्टी में शामिल हुए। इसी दिन प्रशांत किशोर ने उपचुनाव में चारों विधानसभा सीट पर उम्मीदवार उतारने का फैसला भी लिया। हालांकि, उपचुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी को करारी हार मिली थी, जिसके बाद अब उनकी पार्टी में भगदड़ मच गयी है।