मानव के घरेलू जीवन में पशु पक्षी भी उसके साथ जीवन जीते है। सभ्यता के शुरूआत के साथ ही मानव और जानवरों का आपसी मालमेल मधुर रहा है।
Billi Ke Rone Ka Sanket : मानव के घरेलू जीवन में पशु पक्षी भी उसके साथ जीवन जीते है। सभ्यता के शुरूआत के साथ ही मानव और जानवरों का आपसी मालमेल मधुर रहा है। जानवरों को लेकर कुछ पौराणिक मान्यताएं भी है। पौराणिक ग्रंथों सभी देवी देवताओं के वाहन के रूप में जानवरों को स्थान मिला है। समाज में रहने वाले जानवरों के शुभ अशुभ संकेत के बारे में भी धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है। शकुन शास्त्र में दैनिक जीवन से संबंधित कई प्रकार के शकुन और अपशकुन के बारे में बताया गया हैं। इस शास्त्र में बिल्ली के रोने के बारे में भी बताया गया हैं, बिल्ली के रोने को शकुन शास्त्र में अच्छा नहीं बताया गया हैं। आइये जानते है घर में घूमने वाली बिल्लियों के रोने के संकेतों के बारे में।
1.बिल्ली का रोना शुभ नहीं माना जाता हैं। ऐसी मान्यता हैं की अगर घर के प्रांगण के अंदर बिल्ली रोती हैं तो यह अच्छा नहीं माना जाता हैं। इसका मतलब यह हैं की आने वाले समय में उस घर के किसी सदस्य पर कोई मुसीबत आ सकती हैं।
2.शकुन शास्त्र के अनुसार जिस घर में बिल्ली रोती हैं, उस घर के किसी सदस्य के ऊपर किसी न किसी प्रकार की मुसीबत आ सकती हैं।
3.जिस घर मेंं बिल्ली का आना जाना बार बार होता हैं, तो इसका मतलब यह हैं की उस घर में नकारात्मक ऊर्जा का निवास हैं।
4.बिल्ली का रास्ता काटना अच्छा नहीं माना जाता हैं।
5.चीन और जापान मेंं बिल्ली को शुभ माना जाता हैं।