उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बहुजन समाज पार्टी ब्राह्मण वोटर्स को लुभाने के लिए बड़ा दांव चली है। बसपा ने फैसला लिया है कि बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की रिहाई के लिए वह कानूनी लड़ाई लड़ेगी।
अयोध्या। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर बहुजन समाज पार्टी ब्राह्मण वोटर्स को लुभाने के लिए बड़ा दांव चली है। बसपा ने फैसला लिया है कि बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथी अमर दुबे की पत्नी खुशी दुबे की रिहाई के लिए वह कानूनी लड़ाई लड़ेगी।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा खुशी दुबे केस की कोर्ट में पैरवी करेंगे। बता दें कि, बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का अमर दुबे खास था। बिकरू कांड से तीन दिन पहले ही अमर दुबे की शादी हुई थी। वहीं, इस कांड के बाद पुलिस ने एनकाउंटर में अमर दुबे को भी ढेर कर दिया था।
इसके बाद उसक पत्नी खुशी दुबे के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश सहित आईपीसी की गंभीर धाराओं के मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल खुशी बाराबंकी जिले के किशोर केंद्र में बंद हैं।
गौरतलब है कि, विधानसभा चुनाव से पहले मायावती ब्राह्मणों को लुभाने के लिए कई बड़े दांव चल रहीं हैं। इसी क्रम में अयोध्या में 23 जुलाई से बसपा ब्राह्मण सम्मेलन की तैयारी शुरू कर दी है।