Malmas 2022 : सूर्य देव की चाल बदलने से पिछले एक माह से मांगलिक कार्यों पर जो विराम लगा हुआ था वो अब जल्द ही समाप्त हो जाएगा। सूर्य देव 14 जनवरी 2022 को 2.28 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंग। 15 जनवरी के बाद से विवाह (Vivah), मुंडन, सगाई,
Malmas 2022 : सूर्य देव की चाल बदलने से पिछले एक माह से मांगलिक कार्यों पर जो विराम लगा हुआ था वो अब जल्द ही समाप्त हो जाएगा। सूर्य देव 14 जनवरी 2022 को 2.28 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंग। 15 जनवरी के बाद से विवाह (Vivah), मुंडन, सगाई,
Magha snana 2022: सनातन धर्म में स्नान और दान का बहुत महत्व है। पवित्र नदियों में स्नान करने की परंपरा सदियों से चलती आ रही है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। पौष पूर्णिमा से माघ स्नान की शुरुआत होगी और माघ पूर्णिमा को
एक ऐसे नगरी जिसे महाकाल के नगरी के नाम से जाना जाता है। यहां पर ऐसा कहा जाता है कि अकाल मृत्यु वो मरे जो काम करे चंडाल का काल भी उसका क्या करे जो भक्त हो महाकाल का। तो चलिए आप को रूबरू करातें है महाकाल नगरी से। महाकालेश्वर
Vastu Tips : घर गृहस्थी में रसोई सबसे महत्वपूर्ण स्थान होती है। रसोई एक ऐसा स्थान है जिसमें सभी ‘पंचभूत’ होते हैं- पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और आत्मा। वास्तु शास्त्र के अनुसार रसोई में ‘अग्नि’ ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है और ‘अग्नि’ किसी भी घर की दक्षिण-पूर्व दिशा में प्रबल
Shakun Shastra: शुभ फल प्राप्त करने की सदृ इच्छा सभी को रहती है। जाने अनजाने में ऐसे कार्य भी होते रहते है जिसका परिणाम अशुभ फल ही देता है। हमारे प्राचीन ग्रंथ शकुन शास्त्र में इस विषय पर बहुत गहराई से बताया गया है। शकुन शास्त्र में बताया गया है
Makar Sankranti 2022:कड़ाके की ठंड और पौराणिक मान्यता के अनुसार पवित्र नदियों में स्नान की परंपरा मकर संक्रांति के पर्व की अनूठी मिसाल । 14 जनवरी, मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेगा । सदियों से ऐसी मान्यता चली आ रही है कि इस पवित्र दिन जीवनदायिनी
Shakun Shastra: अक्सर आप लोगों ने लोगों को यह कहते हुए सुना हो कि जब शुभ मुहूर्त होगा तब ये काम करेंगे, या ,फलां काम को करने के पहले ही शुभ शकुन मिल गया। सनातन जीवन शैली में शुभ शकुन को मानने की परंपरा सदियों पुरानी है। हजारों वर्ष पहले
Vastu Tips for money : घर की खुशियां घर की बरकत का प्रतीक होती है। हसी खुशी से जीवन बीतता रहे सबकी यही चाह होती है। किसी कारणवश जब ऐसा नहीं हो जाता है तब व्यक्ति इसके कारण और निवारण पर चिंतित रहने लगता है। घर के बारे में प्राचीन
Mars zodiac change 2022: ग्रहों के सेनापति (Commander of The Planets) मंगल देव (Mangal Dev) 17 जनवरी, 2022 को वृश्चिक राशि (Scorpio) से धनु राशि (sagittarius) में प्रवेश कर जाएंगे। इसमें 26 फरवरी तक रहेंगे। आइए बताते हैं कि मंगल राशि परिवर्तन (Mars zodiac change) का राशियों पर क्या पड़ने
Vaikuntha Ekadashi 2022: हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। प्राचीन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादशी व्रत रखने से भगवान श्रीहरी प्रसन्न होते है और मोक्ष का वरदान देते है। पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को वैकुंठ एकादशी व्रत रखा जाता है।
Horoscope for January 11, 2022: ज्योतिषशास्त्र (Astrology) में जहां दैनिक राशिफल (Rashifal) निकालते समय ग्रह-नक्षत्र के साथ साथ पंचांग की गणना का विश्लेषण किया जाता है। राशिफल (Rashifal) में आपके लिए नौकरी, व्यापार, लेन-देन, परिवार और मित्रों के साथ संबंध, सेहत और दिन भर में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं का
Pongal festival 2022 : दक्षिण भारत में मकर संक्रांति के दिन पोंगल का प्रमुख त्योहार मनाया जाता है। पोंगल तमिलनाडु का एक मुख्य त्योहार है। पोंगल के त्योहार को नव वर्ष के शुभारंभ के तौर मनाया जाता है। राज्य में पोंगल की तैयारियां महीनों पहले शुरू हो जाती है। इस
Makar Sankranti Gangasagar snan : हिंदुओं के पवित्र तीर्थ गंगासागर में मकर संक्रांति के दिन डुबकी लगाने की विशेष मान्यता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, गंगासागर तीर्थ स्थल पर मकर संक्रांति के अवसर पर स्नान करने के लिए दुनिया भर से करोड़ों तीर्थयात्रियों का आगमन होता है।धर्म क्षेत्र में इस
Vastu Tips : शयनकक्ष में साज सज्जा को होना बहुत जरूरी है। सुसज्जित शयनकक्ष मन को शांति प्रदान करता है। घर में शयनकक्ष ऊर्जा से भरपूर हो तो उत्साह उमंग का स्तर बहुत ही उच्च हो जाता है। कभी-कभी छोटी-छोटी चीजें आपकी किस्मत बदल सकती हैं। वास्तु शास्त्र आपको दिखाता
Shakun Shastra : हिन्दू संस्कृति में शकुन अपशकुन का बहुत व्यापक प्रभाव है। प्राचीनकाल से ही शुभ फल देने वाले संकेतों के बारे में चर्चा होती आ रही है। प्राचीन भारतीय धर्म शास्त्रों में इस विषय पर बहुत विस्तृत रूप प्रकाश डाला गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वराह संहिता