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एस्ट्रोलोजी खबरें (Astro News in Hindi)

पंचांग • बुधवार, 15 सितंबर, 2021

पंचांग • बुधवार, 15 सितंबर, 2021

पंचांग • बुधवार, 15 सितंबर, 2021 विक्रम संवत – 2078, आनंद शक संवत – 1943, प्लावस पूर्णिमांत – भाद्रपद अमंत मास – भाद्रपद तिथि शुक्ल पक्ष नवमी – 14 सितंबर 01:09 अपराह्न – 15 सितंबर 11:17 पूर्वाह्न शुक्ल पक्ष दशमी – 15 सितंबर 11:17 पूर्वाह्न – 16 सितंबर 09:36 पूर्वाह्न

15 सितंबर 2021 का राशिफल: जानिए कैसा रहेगा आपका दिन, क्याकहती है आपकी राशि

15 सितंबर 2021 का राशिफल: जानिए कैसा रहेगा आपका दिन, क्याकहती है आपकी राशि

मेष राशि- आज का दिन अच्छा रहेगा। अनावश्यक खर्च से बचें और क्रोध पर नियंत्रण रखें। परिवार का माहौल अच्छा रहेगा और परिजनों का भरपूर सहयोग मिलेगा। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और सेहत का ध्यान रखें। वृषभ राशि- आज का दिन सामान्य रहेगा। व्यावसायिक गतिविधियों में छोटी-छोटी बाधाएं आ

Parivartini Ekadashi 2021:परिवर्तनी एकादशी पर सुनें भगवान विष्‍णु के वामन अवतार की कथा, दु:ख दूर होकर मिलती है मुक्ति

Parivartini Ekadashi 2021:परिवर्तनी एकादशी पर सुनें भगवान विष्‍णु के वामन अवतार की कथा, दु:ख दूर होकर मिलती है मुक्ति

परिवर्तनी एकादशी: भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की एकादशी को परिवर्तनी एकादशी कहते हैं। इसे वामन और पद्मा एकादशी भी कहते हैं। इस बार यह एकादशी 17 सितंबर 2021 शुक्रवार को रहेगी। धार्मिक मान्यता है कि इस तिथि को भगवान विष्णु चतुर्मास के शयन के दौरान अपने करवट बदलते हैं। अर्थात

Garuda Purana: जीवन का रहस्य छिपा है इस पुस्तक में, इस प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथ को एक बार अवश्य पढ़ें

Garuda Purana: जीवन का रहस्य छिपा है इस पुस्तक में, इस प्रसिद्ध धार्मिक ग्रंथ को एक बार अवश्य पढ़ें

Garuda Purana: सनाधर्मी प्राचीन काल से ही ज्ञान, विज्ञान, नीति, नियम और धर्म के बारे प्राचीन धर्म ग्रंथों के सहारे जीवन जीने की कला का ज्ञान प्राप्त करते रहें है। भारतीय धर्मिक ग्रंथों में जीवन के रहस्यों (Ancient texts of Sanatan Dharma) के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है।

14 सितंबर 2021 का राशिफल: इन राशि के जातकों को मिलेगा कार्यस्थल पर लाभ, जाने अपनी किस्मत का हाल

14 सितंबर 2021 का राशिफल: इन राशि के जातकों को मिलेगा कार्यस्थल पर लाभ, जाने अपनी किस्मत का हाल

मेष राशिफल  आज आपका दिन शानदार रहेगा। कार्यस्थल पर आपको खुशखबरी मिलेगी। अपनी जिम्मेदारियों को आसानी से पूरा कर पाएंगे। संतान पक्ष से खुशखबरी मिलेगी। वाणी पर नियंत्रण रखें। किसी से बहस हो सकती है। दफ्तर में सहयोगियों की मदद मिलेगी। कर्ज की रकम वापस मिलने की संभावना फिलहाल कम

पंचांग • मंगलवार, 14 सितंबर, 2021

पंचांग • मंगलवार, 14 सितंबर, 2021

पंचांग • मंगलवार, 14 सितंबर, 2021 विक्रम संवत – 2078, आनंद शक संवत – 1943, प्लावस पूर्णिमांत – भाद्रपद अमंत मास – भाद्रपद तिथि शुक्ल पक्ष अष्टमी – 13 सितंबर 03:11 अपराह्न – 14 सितंबर 01:09 अपराह्न शुक्ल पक्ष नवमी – 14 सितंबर 01:09 अपराह्न – 15 सितंबर 11:17 पूर्वाह्न

गौर विसर्जन 14 सितंबर को, जानें विसर्जन का समय, पूजा विध‍ि और शुभ मुहूर्त

गौर विसर्जन 14 सितंबर को, जानें विसर्जन का समय, पूजा विध‍ि और शुभ मुहूर्त

नई दिल्ली। पुराणों में मान्यता है कि भगवान श्री गणेश प्रथम पूज्य हैं। इसके बाद ही अन्य देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। भगवान गणेश की माता गौरी की पूजा करने से पहले श्री गणेश की पूजा की जाती है। 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव के दौरान मां

सूर्य ने कन्या राशि में किया प्रवेश, 5 राशि वाले होंगे धनवान और बाकी रहें सावधान

सूर्य ने कन्या राशि में किया प्रवेश, 5 राशि वाले होंगे धनवान और बाकी रहें सावधान

नई दिल्ली। नवग्रहों (Navagraha) में सूर्य देव( Sun God) को सबसे बड़ा ग्रह माना जाता है। किसी के कुंडली में यदि सूर्य मजबूत हो तो उच्च पद और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। अगर वहीं सूर्य कमजोर है तो स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में

राधा अष्टमी व्रत 2021: राधा रानी की पूजा के बिना श्री कृष्ण की पूजा अधूरी, इस तिथि को मनाया जाता है जन्मोत्सव

राधा अष्टमी व्रत 2021: राधा रानी की पूजा के बिना श्री कृष्ण की पूजा अधूरी, इस तिथि को मनाया जाता है जन्मोत्सव

राधाअष्टमी व्रत 2021: भारतीय व्रत,त्योहार की श्रृंखला में राधा अष्टमी का व्रत का विशेष महत्व है।हिंदू धर्म में मान्यता है कि राधा रानी की पूजा के बिना श्री कृष्ण की पूजा अधूरी रहती है। इसलिए जब-जब श्री कृष्ण के नाम का स्मरण किया जाता है,तब-तब राधा रानी का नाम अवश्य

पितृ पक्ष 2021:पितरों की सद्गति के लिए पिण्डदान में तिल का क्या महत्व है, जानिए इसका धार्मिक पक्ष्

पितृ पक्ष 2021:पितरों की सद्गति के लिए पिण्डदान में तिल का क्या महत्व है, जानिए इसका धार्मिक पक्ष्

पितृ पक्ष 2021: पितृपक्ष के दौरान पितरों की सद्गति के लिए पिण्डदान और तर्पण के लिए काले तिल और कुश का उपयोग किया जाता है। तिल और कुश दोनों ही भगवान विष्णु के शरीर से निकले हैं और पितरों को भी भगवान विष्णु का ही स्वरूप माना गया है। धार्मिक

13 सितंबर 2021 का राशिफल: इस राशि के जातक को मिलेगा कारोबार में लाभ, जाने अपनी राशि का हाल

13 सितंबर 2021 का राशिफल: इस राशि के जातक को मिलेगा कारोबार में लाभ, जाने अपनी राशि का हाल

मेष राशिफल शत्रुओं से सावधान रहें। किसी लंबित काम को लेकर ज्यादा सोच विचार न करें, वह पूरा हो जाएगा। छात्रों को आज अधिक पढ़ाई करनी होगी। लेनदेन को लेकर सावधान रहें। बिना विचार किए किसी पर विश्वास न करें। वृषभ राशिफल आमदनी में वृद्धि होगी। विद्यार्थियों को जबरदस्त सफलता

पंचांग • सोमवार, 13 सितंबर, 2021

पंचांग • सोमवार, 13 सितंबर, 2021

पंचांग • सोमवार, 13 सितंबर, 2021 विक्रम संवत – 2078, आनंद शक संवत – 1943, प्लावस पूर्णिमांत – भाद्रपद अमंत मास – भाद्रपद तिथि शुक्ल पक्ष सप्तमी – 12 सितंबर 05:21 अपराह्न – 13 सितंबर 03:11 अपराह्न शुक्ल पक्ष अष्टमी – 13 सितंबर 03:11 अपराह्न – 14 सितंबर 01:09 अपराह्न

14 सितंबर के बाद इस राशि वालों का चमकेगा भाग्य, हर काम में मिलेगी सफलता

14 सितंबर के बाद इस राशि वालों का चमकेगा भाग्य, हर काम में मिलेगी सफलता

लखनऊ। 14 सितंबर को देवगुरु बृहस्पति (Devguru Brihaspati) मकर राशि (Capricorn) में प्रवेश कर जाएंगे। इनके मकर राशि में प्रवेश करते ही कुछ राशियों का भाग्योदय (fortune of some zodiac signs) हो जाएगा। ज्योतिष (Astrology) में देवगुरु बृहस्पति (Devguru Brihaspati) को ज्ञान, शिक्षक, संतान, बड़े भाई, शिक्षा, धार्मिक कार्य, पवित्र

Astrology: जानिए क्या होती है ग्रहों की युति, कितना होता है इसका प्रभाव

Astrology: जानिए क्या होती है ग्रहों की युति, कितना होता है इसका प्रभाव

ग्रह गोचर: ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रह निरन्तर गोचर करते हैं। ग्रह अपनी चाल के कारण अन्य राशियों में विरण करतेे रहते है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार,जब दो ग्रह एक ही राशि में हों तो इसे ग्रहों की युति कहा जाता है। जब दो ग्रह एक-दूसरे से सातवें स्थान पर हों अर्थात्

ग्रह गोचर: 14 सितंबर से वक्री गुरु और वक्री शनि एक घर में बिराजमान होंगे, जानिए क्या होगा इस युति का असर

ग्रह गोचर: 14 सितंबर से वक्री गुरु और वक्री शनि एक घर में बिराजमान होंगे, जानिए क्या होगा इस युति का असर

ग्रह गोचर: ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रह निरन्तर गोचर करते हैं। गोचर में ग्रह व्रकी भी होते हैं अर्थात उल्टा चलने लगते हैं। देवगुरु बृहस्पति 14 सितंबर 2021 मंगलवार भाद्रपद शुक्ल अष्टमी तिथि के दिन वक्री गति से चलते हुए मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इस राशि में पहले से शनि वक्री