आचार्य चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे। वे कौटिल्य या विष्णुगुप्त नाम से भी विख्यात हैं। आचार्य चाणक्य एक समाजशास्त्री भी थे। विष्णुगुप्त कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महान विद्वान थे।
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे। वे कौटिल्य या विष्णुगुप्त नाम से भी विख्यात हैं। आचार्य चाणक्य एक समाजशास्त्री भी थे। विष्णुगुप्त कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महान विद्वान थे। आचार्य के द्वारा कहीं हुई बातें या उपदेश आज भी इतने प्रभावी हैं कि लोग बिना सोचे इन्हें जीवन में लागू करते। आचार्य चाणक्य ने जीवन में रिश्तों की अहमियत के बारे में विस्तार से बताया है। वे जीवन में सभी प्रकार के रिश्तों को महत्व देते थे। आचार्य चाणक्य के विचार को चाणक्य नीति के रूप में जाना जाता है। चाणक्य नीति के अनुसार महिलाएं कभी-कभी रिश्ते में पुरुषों की कुछ बुरी आदतों को खूबी मानने की भूल करती हैं।आईये जानते है इस बारे में ।
अधिक व्यस्त रहना : कई मामलों में जीवनसाथी के अधिक व्यस्त रहने को पति की खूबी मानती है, तो ये उसके जीवन की बड़ी भूल हो सकती है। हो सकता है कि उसे नुकसान भी झेलना पड़े।
अधिक खर्च करना : जीवन को सुखमय पूर्वक जीने के लिए अधिक धन खर्च करना पड़ता है।रिश्तों में पति बिना किसी कारण के भी ज्यादा खर्च करते हैं और कई महिलाएं इसे उनकी खूबी समझती है। ये बुरी आदत है और भविष्य में भारी पड़ सकती है।
अधिक चिंता करना: चाणक्य कहते हैं कि पति-पत्नी के रिश्ते में प्यार के अलावा एक-दूसरे की चिंता करना भी जरूरी है। लेकिन अगर व्यवहार ज्यादा चिंता करने वाला हो, तो चीजें बिगड़ सकती है। अक्सर ऐसा होता है कि महिलाएं रिश्ते में ओवर केयर को खूबी मानकर बर्दाश्त करती हैं।