सावन के महीने में शिव जी के अलावा हनुमान जी की पूजा बहुत फलदायी मानी गई है। पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि हनुमान जी महाराज भगवान शिव जी के रूद्र अवतार हैं।
हनुमान जी के 12 नाम (द्वादश नाम) हैं: हनुमान, अंजनीसुत, वायुपुत्र, महाबल, रामेष्ट, फाल्गुनसखा, पिंगाक्ष, अमितविक्रम, उदधिक्रमण, सीताशोकविनाशन, लक्ष्मणप्राणदाता, और दशग्रीवदर्पहा।
करें ये उपाय
मान्यता है कि हनुमान जी महाराज की पूजा करने से भक्तों के जीवन में आने वाले सभी संकट दूर होते हैं। सावन मास में हनुमान जी के मंदिर जाकर उन्हें चमेली के तेल और सिंदूर में मिश्रित चोला चढ़ाएं।
सावन मास में भगवान हनुमान की पूजा करने के साथ मंदिर में ध्वज दान करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। सावन में हनुमान जी के द्वादश नाम जपने से भक्तों के जीवन से सभी प्रकार के कष्टों का अंत हो जाता है।
सावन के महीने में शिव जी के अलावा हनुमान जी की पूजा बहुत फलदायी मानी गई है. सावन के मंगलवार और शनिवार को बजरंगबली की साधना करने से सारे कष्टों का निवारण होता है, क्योंकि हनुमान जी शिव के रूद्रावतार हैं ।
सुख-शांति के साथ आरोग्य भी प्राप्त होता है. हनुमान जी अपने भक्तों की एक पुकार पर उनकी रक्षा करने के लिए दौड़े चले आते हैं। ऐसे में सावन के पहले मंगलवार पर कैसे करें हनुमान जी की पूजा आइए जानते हैं।