अभी तक आपने खाने-पीने के सामान व अन्य सामानों की ऑनलाइन डिलीवरी के बारे में तो आपने सुना होगा, लेकिन बम की भी होम डिलीवरी होती है। शायद यह सुनकर आपको आश्चर्य हो रहा होगा। लेकिन पश्चिम बंगाल में अब बमों की आनलाइन खरीद-बिक्री के धंधे का पर्दाफाश कर कोलकाता पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
कोलकाता। अभी तक आपने खाने-पीने के सामान व अन्य सामानों की ऑनलाइन डिलीवरी के बारे में तो आपने सुना होगा, लेकिन बम की भी होम डिलीवरी होती है। शायद यह सुनकर आपको आश्चर्य हो रहा होगा। लेकिन पश्चिम बंगाल में अब बमों की आनलाइन खरीद-बिक्री के धंधे का पर्दाफाश कर कोलकाता पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है।
इस सिलसिले में पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। उसका नाम मकबूल शेख है। पुलिस को आरोपित के पास से विभिन्न तरह के देसी बमों के मूल्य वाला पूरा कैटलाग मिला है, जिसे ग्राहकों के मोबाइल पर भेजा जाता था। सौदा तय होने पर निश्चित जगह पर बमों की डिलीवरी की जाती थी। पेमेंट भी आनलाइन ही लिया जाता था।
कटवा से चल रहा था अवैध कारोबार
पुलिस ने बताया कि आरोपित के शौचालय की छत से कई बम भी बरामद किए गए हैं। यह घटना पूर्व बर्द्धमान जिले के कटवा इलाके की है, जहां से उसकी गिरफ्तारी हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि कटवा से ही इस अवैध कारोबार का संचालन किया जाता था। इस गिरोह में और कौन-कौन लोग शामिल है? पुलिस अब इसका पता लगा रही है।
बमों की होम डिलीवरी से उड़े पुलिस के होश
बता दें कि संभवतः पहली बार बमों की आनलाइन खरीद- बिक्री के इस धंधे का भंडाफोड़ के बाद पुलिस के भी होश उड़ा दिए हैं। इससे पहले राज्य में आए दिन विभिन्न जगहों से बमों व हथियारों की बरामदगी होती रही है, जिसके चलते ममता सरकार विपक्षी दलों के भी निशाने पर रही है।
इधर, यह मामला सामने आने के बाद राज्य में मुख्य विपक्षी भाजपा ने एक बार फिर ममता सरकार को घेरा है। पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राहुल सिन्हा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य सरकार ‘द्वारे सरकार’ कार्यक्रम चला रही है। दरवाजे पर राशन के बाद बंगाल में अब बम भी दरवाजे तक पहुंच रहे हैं।
बताते चलें कि बंगाल के बीरभूम जिले के बोगटूई में पिछले दिनों नरसंहार की घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को अवैध बम और आग्नेयास्त्रों को बरामद करने के लिए राज्यभर में तलाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया था। इसके बाद से पुलिस लगातार अभियान चला रही है।