HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. ऑटो
  3. CNG Car Mileage : सीएनजी कार देगी बंपर माइलेज, इन पांच टिप्स से पैसों की होगी बचत

CNG Car Mileage : सीएनजी कार देगी बंपर माइलेज, इन पांच टिप्स से पैसों की होगी बचत

भारतीय बाजार में सीएनजी (CNG) वाहन की मांग इसलिए ज्यादा है, क्योंकि यह पेट्रोल-डीजल इंजन (Petrol-Diesel Engine) की तुलना में ज्यादा माइलेज देती है। इसके साथ ही कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) , वाहनों के लिए पर्यावरण के अनुकूल ईंधन है। सीएनजी (CNG)  से चलने वाले वाहन बेहतर माइलेज देने में कामयाब हुए हैं।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। भारतीय बाजार में सीएनजी (CNG) वाहन की मांग इसलिए ज्यादा है, क्योंकि यह पेट्रोल-डीजल इंजन (Petrol-Diesel Engine) की तुलना में ज्यादा माइलेज देती है। इसके साथ ही कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) , वाहनों के लिए पर्यावरण के अनुकूल ईंधन है। सीएनजी (CNG)  से चलने वाले वाहन बेहतर माइलेज देने में कामयाब हुए हैं। इससे वाहन मालिकों की ईंधन पर खर्च होने वाले पैसों में भी अच्छी खासी बचत होती है।

पढ़ें :- Report Claims : कार से कैंसर समेत कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, पाया गया खतरनाक केमिकल

सीएनजी (CNG) से चलने वाले वाहन एक तरह के हाइब्रिड पावरट्रेन से लैस मॉडल हैं। क्योंकि वे पेट्रोल और सीएनजी (CNG )दोनों पर चल सकते हैं। मेंटेनेंस की बात करें तो, सीएनजी कारों (CNG Car) पर भी अन्य पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहन की तरह ही विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। अगर आप भी एक सीएनजी वाहन चलाते हैं तो हम आपको 5 आसान टिप्स बता रहे हैं, जिसके जरिए आपकी सीएनजी कार (CNG Car) का माइलेज बढ़ जाएगा।

स्पार्क प्लग करें साफ

स्पार्क प्लग कार के इंजन के महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स में से एक है, क्योंकि इसी से सीएनजी वाहन (CNG Car) में कंब्शन होता है। यह हमेशा सलाह दी जाती है कि इसी जांच करते रहें कि कार के स्पार्क प्लग ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। जब सीएनजी कार (CNG Car) की देखभाल की बात आती है तो उनकी रेगुलर जांच करना और जब भी जरूरत हो उन्हें बदलना एक महत्वपूर्ण कदम है। हमेशा ब्रांडेड और अधिकृत डीलरों से हाई क्वालिटी वाले, सीएनजी को सपोर्ट करने स्पार्क प्लग ही खरीदें। लो क्वालिटी वाले स्थानीय और सस्ते स्पार्क प्लग को चुनकर अपनी सुरक्षा को खतरे में न डालें। घटिया क्वालिटी वाले स्पार्क प्लग आग का कारण बन सकते हैं या कार के इंजन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह सुझाव दिया जाता है कि आपको हर छह महीने में स्पार्क प्लग को बदल देना चाहिए।

एयर फिल्टर की करें सफाई और जांच

पढ़ें :- AI Traffic Management : इस राज्य में 25 मई से AI आधारित ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम होगा शुरू, जानें डिटेल्स

सीएनजी कार (CNG Car) की देखभाल करने के लिए नियमित रूप से एयर फिल्टर की जांच करना और उसे बदलना एक अहम कदम है। एयर फिल्टर इंजन के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करता है क्योंकि यह धूल, गंदगी और अन्य चीजों को पावरट्रेन सिस्टम में एंट्री करने से रोकता है। एक साफ एयर फिल्टर न सिर्फ इंजन को बेहतर तरीके से चलने में मदद करता है, बल्कि यह गाड़ी की माइलेज में भी सुधार करता है। इसलिए, हमेशा एयर फिल्टर की जांच और सफाई नियमित रूप से करें।

ओरिजिनल सीएनजी किट चुनें

कई कार निर्माताओं ने अपनी संबंधित सीएनजी कारें (CNG Car)  लॉन्च की हैं, जो बेहतर और ज्यादा विश्वसनीय हैं। यदि आप अपनी पेट्रोल से चलने वाली कार को सीएनजी (CNG) में बदलने की योजना बना रहे हैं, तो सिर्फ ओईएम-प्रमाणित डीलर से अधिकृत सीएनजी किट खरीदना काफी महत्वपूर्ण है। अपनी कार में लोकल या नॉन-ब्रांडेड सीएनजी किट लगाने से बचें। ये अधिकृत किट की तुलना में सस्ते हो सकते हैं, लेकिन वे वाहन और आपके जीवन की सुरक्षा से समझौता कर सकते हैं।

सीएनजी टैंक लीक की करें जांच

सीएनजी पेट्रोल या डीजल की तरह ही एक अत्यधिक ज्वलनशील ईंधन है। यह अत्यधिक ज्वलनशील ईंधन गैसीय है और इसका बहुत जल्दी इवापोरेट (वाष्पीकरण) हो सकता है। सीएनजी टैंक (CNG Tank) में एक छोटा सा रिसाव वाहन और उसमें सवार लोगों की सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है। इसलिए, सीएनजी कार (CNG Car)  के रखरखाव के दौरान हमेशा किसी भी तरह के रिसाव की जांच करें। हालांकि प्राकृतिक गैस रंगहीन और गंधहीन होती है, लेकिन आप खुद लीकेज की जांच कर सकते हैं। कुछ ईंधन मार्केटिंग कंपनियां रिसाव का पता लगाने को आसान बनाने के लिए अपने सीएनजी को तीखी गंध देती हैं। अगर आपको ऐसी कोई गंध आती है, तो तुरंत सीएनजी मैकेनिक को कॉल करने में देर न करें।

पढ़ें :- Media Report : हाइब्रिड कारों का निर्माण करने वाली कंपनियों के लिए बड़ा झटका,जीएसटी कटौती की संभावना नहीं

टायर प्रेशर की करें जांच

गाड़ी के टायर सीधे सड़क से संपर्क में रहते हैं। इसलिए अगर टायर के प्रेशर में कोई भी कमी है तो गाड़ी का माइलेज प्रभावित होता है। अगर टायर में हवा कम है तो इंजन को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इसलिए सफर पर निकलने से पहले, गाड़ी के टायरों का प्रेशर जरूर चेक कराएं।

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...