यूपी के एटा (Etah) जिला कारागार (District Prison) में एक पुलिसकर्मी सहित 6 बंदी कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मिले है। इसके बाद जिला कारागार (District Prison) में हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) बंदियों को स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम ने जेल में स्थित एक कमरे में क्वारंटीन कर दिया है। यहां पर ही उसका इलाज शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही उनकी लगातार बंदी की निगरानी की जाएगी।
एटा। यूपी के एटा (Etah) जिला कारागार (District Prison) में एक पुलिसकर्मी सहित 6 बंदी कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मिले है। इसके बाद जिला कारागार (District Prison) में हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) बंदियों को स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की टीम ने जेल में स्थित एक कमरे में क्वारंटीन कर दिया है। यहां पर ही उसका इलाज शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही उनकी लगातार बंदी की निगरानी की जाएगी।
एटा के डीएम अंकित कुमार अग्रवाल (Etah DM Ankit Kumar Agarwal) ने जिला कारागार (District Prison) पहुंचकर कोविड से संक्रमित कैदियों से बातचीत कर हालचाल जाना। उन्होंने मौजूद चिकित्सक को समुचित देखभाल करने के निर्देश दिए हैं।
सीएमओ डॉ. उमेश कुमार त्रिपाठी (CMO Dr. Umesh Kumar Tripathi) ने बताया कि जेल में निरुद्ध 6 बंदी की आरटीपीसीआर (RTPCR) में कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) रिपोर्ट आई है। उन्होंने बताया कि एक पुलिसकर्मी भी संक्रमित पाया गया है। बता दें कि इससे पहले अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी (Additional Chief Secretary Avnish Awasthi) ने यूपी के पुलिस महानिदेशक के नाम एक पत्र जारी किया है। इस शासनादेश में कहा है कि जेल में बंद बंदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए अगले आदेश तक उन्हें परिवारों से मिलने की इजाजत नहीं दी जाए। इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
बता दें कि पहले भी संक्रमण की वजह से कैदियों के आगंतुकों से मिलने पर रोक लगा दी गई थी। करीब 6 महीने के बाद अगस्त 2021 में कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) के साथ परिवार से मिलने की परमिशन दी गई थी। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान कैदियों को उनके परिवार से मिलने पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन अगस्त महीने में एक बार फिर से मिलने की परमिशन दे दी गई थी। सरकार ने यह कदम जेल में बंद कैदियों की सुरक्षा को देखते हुए उठाया है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी बड़ी संख्या मे जेल में बंद कैदी कोरोना संक्रमित हो गए थे।